साहिबगंज जिले के मिर्ज़ाचौकी थाना क्षेत्र के कीर्तनिया बेलभद्री पहाड़ इन दिनों सुर्खियों में है. जिसके पीछे का कारण पहाड़ों पर अवैध खनन नहीं बल्कि प्राकृतिक घटना है. जो अपने साथ कई रहस्य और अनसुलझे सवाल लेकर आया है. इन दिनों बेलभद्री पहाड़ पर निकल रहे लाल रंग के पानी लोगों के लिए कौतूहल का विषय बना हुआ है. इसे देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है. कोई इसे प्रकृति का रोष बता रहा तो कोई इसे शुभ संकेत मान रहा है।

अब तो चर्चा ये भी है कि लोग इसे दैवीय चमत्कार समझ कर पूजा पाठ की तैयारी भी हो रही है. वहीं इस लाल पानी को देखने के लिए जुटे ग्राणीण पहाड़ की पूजा-पाठ में जुट गए हैं.वहीं पहाड़ों पर इस तरह लाल रंग के पानी निकलने को लेकर भूगर्व शास्त्रीय का अपना अलग वैज्ञानिक विचार हैं. राजमहल मॉडल कॉलेज के प्रिंसिपल व भूगर्भ शास्त्री डॉ. रजीत कुमार सिंह ने बताते हैं कि वहां लेटराइट बॉक्साइट कंटेंट का डिपॉजिट वाटर रिजर्व है. जो आर्टिजन के दबाव के कारण सरफेस पर फ्लो हो रहा है. वहीं पानी मोरंग के संपर्क में आने से लाल हो जाता है. इसके निरीक्षण के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

उन्होंने कहा कि जीएसआई और रांची विश्वविद्यालय के भूविज्ञान विभाग के डॉक्टर विजय कुमार को विस्तार से जानकारी दी गई है. वह जल्द ही यहां आकर निरीक्षण करेंगे. तभी इस कारण का सही से पता चल पाएगा. आपको बता दें कि साहिबगंज जिले में राजमहल की पहाड़ियां है. जिसमें कई सालों से पत्थर खनन का काम किया जा रहा है. जिससे कई पहाड़ का अस्तित्व समाप्त हो रहा है. हालांकि अब तक खनन विभाग की अब तक कोई टिप्पणी नहीं जारी हुई है. गांव के लोग इसे दैवीय शक्ति से जोड़ रहे हैं, तो कई तरह-तरह की आशंका जाहिर कर रहे हैं. पूरे मंडरो प्रखंड में इस लाल पानी को देखकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।


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