जम्मू कश्मीर में ड्यूटी पर तैनात सीवान के अग्निवीर जवान प्रदीप यादव की मंगलवार (12 दिसंबर) को संदिग्ध हालत में गोली लगने से मौत हो गई. हालांकि गोली कैसे लगी है यह अभी पता नहीं चला है. घटना जम्मू कश्मीर के अखनूर के टांडा इलाके की है. सीवान जिले के दरौली प्रखंड के दोन के रहने वाले शंभू यादव के पुत्र प्रदीप कुमार यादव ड्यूटी पर थे तभी अचानक गोली चलने की आवाज सुनाई दी. अन्य साथी प्रदीप के पास पहुंचे तो देखा कि गोली लग गई है. आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.

कमांडिंग ऑफिसर ने दी घर वालों को सूचना

प्रदीप यादव टांडा क्षेत्र के 24 फील्ड रेजीमेंट की सेंट्री पोस्ट पर तैनात थे. घटना के बाद स्थानीय आर्मी फोर्स ने सर्च अभियान तेज कर दिया है. प्रदीप की उम्र 21 वर्ष थी. वर्ष 2022 में 21 फरवरी को प्रदीप ने अग्निवीर ज्वाइन किया था. वो दो भाइयों में छोटे थे. प्रदीप के बड़े भाई रवि ने बताया कि मंगलवार की सुबह नौ बजे कुछ पारिवारिक बात हुई थी. इसके बाद रवि सीवान चले गए. शाम को घर लौटे तो प्रदीप के कमांडिंग ऑफिसर ने फोन पर बताया कि प्रदीप को गोली लग गई है और वह शहीद हो गया है.

अग्निवीर जवान के घर लोगों की जुटी भीड़

उधर सूचना मिलने के बाद प्रदीप के दरवाजे पर लोगों की भीड़ जुट गई. हालांकि अभी भी प्रदीप के पिता शंभू यादव और माता देवंती देवी को इसकी जानकारी नहीं है. माता-पिता को यही जानकारी है कि प्रदीप को गोली लगी है. प्रदीप के भाई रवि ने बताया कि कमांडिंग ऑफिसर ने जानकारी दी कि पोस्टमार्टम की प्रक्रिया चल रही है. पोस्टमार्टम के बाद शव को फ्लाइट से पटना भेजा जाएगा.

आज बुधवार (13 दिसंबर) की रात करीब 10 बजे तक या गुरुवार (14 दिसंबर) की सुबह तक शव घर पहुंच सकता है. घटना के बाद भाई रवि का रो-रो कर बुरा हाल है. बता दें कि प्रदीप जब पहली बार अग्निवीर में भर्ती होने के बाद गांव लौटा था तो ढोल बाजे के साथ ग्रामीणों ने स्वागत किया था.


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