जेडीयू का मुस्लिम मिलन समारोह, बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक नेताओं ने थामा पार्टी का दामन
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर जेडीयू ने गोलबंदी शुरू कर दी है। बड़े पैमाने पर नेताओं और कार्यकर्ताओं को पार्टी से जोड़ने के लिए कई कवायद कर रही है। इसी कड़ी में सोमवार को जेडीयू दफ्तर में मुस्लिम मिलन समारोह का आयोजन किया गया।
इस मौके पर राष्ट्रीय अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष परवेज सिद्दीकी JDU में शामिल हुए। उनके साथ सैकड़ों की संख्या में मुस्लिम कार्यकर्ताओं ने भी जेडीयू का दामन थामा। JDU के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा और वशिष्ठ नारायण सिंह ने सभी को पार्टी की सदस्यता दिलायी।
इसके साथ ही बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष अता-उर-रहमान भी JDU में शामिल हुए। अता-उर-रहमान BJP मोतिहारी के जिला उपाध्यक्ष रहे हैं। उन्हें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने पार्टी की सदस्यता दिलायी।जेडीयू के मुस्लिम मिलन समारोह के दौरान JDU के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने पीएम मोदी पर निशाना साधा और कहा कि पांच राज्यों में हुए चुनाव के दौरान पीएम मोदी ने मिजोरम में इलेक्शन कैंपेन नहीं किया। क्या वे मणिपुर की घटना से डरे हुए थे?
इसके साथ ही वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि देश के संघीय ढांचे पर खतरा मंडरा रहा है लिहाजा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने दो टूक अंदाज में कहा कि नीतीश कुमार I.N.D.I.A. गठबंधन के सूत्रधार हैं। फिलहाल नीतीश कुमार जी के लिए ड्राइविंग सीट महत्वपूर्ण नहीं है। पहले जीत जरूरी है। फिलहाल मल्लिकार्जुन खरगे जी को जिम्मा मिला है। I.N.D.I.A गठबंधन की जीत के बाद चेहरा भी तय हो जाएगा।
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