मंदिर में आस्था नहीं तो 50 लाख रुपये खर्च कर बाल छिलाने तिरुपति क्यों गए तेजस्वी यादव, सुशील कुमार मोदी का करारा जवाब
बिहार के मधुबनी दौरे पर गए डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा था कि देश को मंदिर से ज्यादा अस्पताल की जरूरत है. अब इसको लेकर भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने बड़ा हमला बोला है. सुशील कुमार मोदी ने कहा, वह स्वास्थ्य मंत्री हैं, सारे मंदिर मस्जिद को तुड़वा दें और अस्पताल बनवा दें. जो बीमार पड़ेगा वह अस्पताल जाएगा ना लेकिन अगर किसी को मानसिक शांति चाहिए, आध्यात्मिक शांति चाहिए तो उसको मंदिर की भी तो जरूरत है. राम और रोटी दोनों में कोई विरोधाभास नहीं है. आदमी को राम भी चाहिए, रोटी भी चाहिए. आदमी को ईश्वर की प्रार्थना भी करनी है. सुशील कुमार मोदी ने कहा, अगर राम मंदिर से दिक्कत है तो फिर तिरुपति क्यों गए थे? 50 लाख रुपये खर्च कर बाल छिलाने के लिए तिरुपति जाने की क्या जरूरत थी, अगर मंदिर से कुछ नहीं होता है तो।
सुशील कुमार मोदी ने कहा, हिंदुओं की आस्था को चोट और ठेस पहुंचाना इंडी गठबंधन का मकसद है. हिम्मत है तो विपक्ष कहे, राम मंदिर की जगह मस्जिद या अस्पताल बनवा देंगे. यहीं तेजस्वी यादव है जिनके पिता लालू प्रसाद यादव ने मुलायम सिंह द्वारा कर सेवकों पर गोली चलाए जाने का समर्थन किया था. वह लोग आज राम जन्मभूमि के मुद्दे पर मजाक उड़ा रहे हैं. नरेंद्र मोदी की सरकार ने मंदिर नहीं बनवाया बल्कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट में जनता के सहयोग से मंदिर बनवाया गया है. उनकी हिम्मत है तो कहे कि हमारी सरकार आई तो राम मंदिर की जगह मस्जिद बनवा देंगे, अस्पताल बनवा देंगे।
इससे पहले तेजस्वी यादव ने कहा था, बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक साथ सवा लाख शिक्षकों की बहाली की गई. गरीबों के हित में जाति आधारित जनगणना कराई गई. राम मंदिर को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा, मंदिर से लोगों का पेट नहीं भरेगा. लोगों को भूख लगने पर खाना चाहिए ना कि मंदिर जाने से भूख मिट जाएगा. मंदिर में तो उल्टे चढ़ावा देना पड़ेगा।
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