Voice Of Bihar

खबर वही जो है सही

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने TMC को बताया ‘नौटंकी’, अखिलेश पर भी भड़के, जानें क्या कहा

ByKumar Aditya

जनवरी 10, 2024
GridArt 20240110 162809944 scaled

समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य एक बार फिर विवादित बयानों के लिए सुर्खियों में हैं। इस बार उन्होंने राम मंदिर आंदोलन के कारसेवकों को लेकर विवादित बयान दिया है। मौर्य ने कारसेवकों को अराजक तत्व बताया और कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की सरकार सरकार ने कानून की रक्षा और अमन-चैन कायम करने के लिए उन पर गोलियां चलवाई थी। स्वामी प्रसाद मौर्य के इस बयान पर कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा,  समाजवादी पार्टी और स्वामी प्रसाद मौर्य की कहानी विक्रम बेताल जैसी है।

अखिलेश यादव पर भी भड़के

सपा मुखिया पर निशाना साधते हुए प्रमोद कृष्णम ने कहा कि अखिलेश यादव के ऊपर स्वामी प्रसाद मौर्य का भूत चढ़ गया है। वे स्वामी प्रसाद मौर्य से डरते हैं, वे जानते हैं कि स्वामी प्रसाद मौर्य भाजपा के व्यक्ति है, उनके बयानों से उनकी पार्टी का बेड़ा गर्क होगा और वे जानते हैं कि अगर स्वामी प्रसाद मौर्य ऐसे ही बयान देते रहे तो उत्तर प्रदेश में भाजपा को आने से कोई नहीं रोक सकता फिर भी पता नहीं क्या मजबूरी है।

ममता और टीएमसी पर भी निशाना साधा

कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम यहीं नहीं रुके उन्होंने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि मुझे लगता है कि सबसे बड़ी ‘नौटंकी’ टीएमसी है। अधीर रंजन चौधरी कहते हैं कि ममता दीदी और बीजेपी मिली हुई हैं। इसलिए मुझे लगता है कि सभी राजनीतिक दल ड्रामा थिएटर बन गए हैं। नौटंकी भी करो, तो असली तो करो।

राहुल गांधी पर कही ये बात

कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि राहुल गांधी को इस देश में यात्रा निकालने के लिए किसी अनुमति की जरूरत नहीं है। वह शांति के ध्वजवाहक हैं और भारत जोड़ो यात्रा के बाद भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकालना चाहते हैं। वह महान और तपस्वी हैं। वहीं,कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने कहा कि हम इस यात्रा(भारत जोड़ो न्याय यात्रा) का राजनीतिकरण नहीं करना चाहते, हम मणिपुर पर भी कोई मुद्दा नहीं बनाना चाहते। यह एक शांतिपूर्ण यात्रा है जो हम भारत के लोगों, विशेषकर मणिपुर के लोगों के लिए कर रहे हैं… यह कोई हिंसा मार्च नहीं है। हम सरकार के साथ सहयोग करने को लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम यात्रा रोक देंगे।