कल श्री राम आविर्भाव यात्रा का शुभारंभ कहलगांव के बटेश्वर मंदिर से होगी, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे करेंगे नेतृत्व
भागलपुर: केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि भागलपुर और अयोध्या का संबंध त्रेता युग से है। भगवान श्री राम का आविर्भाव अंग जनपद भागलपुर से ही हुआ था। ऐसे में जब अयोध्या में रामलला विराजमान हो रहे हैं, कहलगांव बटेश्वर मंदिर से यात्रा का शुभारंभ हो रहा है जो भगवान श्री राम एवं ऋषि मुनि से जुड़े स्थल से मिट्टी व जल एकत्रित कर भागलपुर का भ्रमण करते हुए पटना हनुमान मंदिर होते हुए 12 जनवरी को बक्सर पहुँचेगी। वहाँ से अयोध्या के लिए रवाना होगी। यह यात्रा 13 मार्च को अयोध्या पहुंचेगी।
केंद्रीय मंत्री श्री चौबे बुधवार को सर्किट हाउस में पत्रकारों से यात्रा पर की रूपरेखा पर बातचीत कर रहे थे। यात्रा के संयोजक भागलपुर से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी रहे अर्जित शाश्वत चौबे है। कार्यक्रम का संयोजन श्रीराम कर्मभूमि न्यास सिद्धाश्रम बक्सर द्वारा किया जा रहा है।
न्यास के संस्थापक संरक्षक परम पूज्य पद्म विभूषण स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज है। पूज्य संत स्वामी अगमानंद जी महाराज व संत अनंताचार्य जी महाराज का आशीर्वाद व मार्गदर्शन मिल रहा है। यात्रा का उद्देश्य युवा पीढ़ी में भगवान श्री राम से जुड़े स्थलों से परिचित कराने के साथ-साथ रामलाल के अयोध्या में विराजमान होने का उत्सव मनाना है।
केंद्रीय मंत्री श्री अश्विनी चौबे के मार्गदर्शन में बिहार से अलग-अलग हिस्से से जहां प्रभु श्री राम और माता जानकी का जुड़ाव स्थल है वहां से यात्रा का शुभारंभ हो रहा है। भागलपुर कहलगांव से श्री राम आविर्भाव यात्रा और बक्सर से श्री राम अभ्युदय यात्रा केंद्रीय मंत्री श्री चौबे के नेतृत्व में निकाला जा रहा है जो 13 जनवरी को अयोध्या पहुंचेगी। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री सहित बिहार के बीजेपी के वरिष्ठ नेता उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार के कई मंत्री इसमें शिरकत करेंगे। उन्होंने बताया कि कहलगांव से यात्रा पटना होते हुए बक्सर पहुचेंगी।
भगवान श्रीराम की प्रथम कर्मभूमि व रणभूमि सिद्धाश्रम (बक्सर) से 12 जनवरी को श्रीराम अभ्युदय यात्रा व श्रीराम आविर्भाव यात्रा अयोध्या के लिए प्रस्थान करेगी। श्रीराम जन्मभूमि पर नवनिर्मित भव्य व दिव्य मंदिर में राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के पूर्व श्रीराम कर्मभूमि न्यास के तत्वावधान में यह यात्रा 13 जनवरी की संध्या 3 बजे तक अयोध्या परिक्रमा मार्ग पर स्थित सकेत महाविद्यालय परिसर में पहुंचकर सम्पन्न होगी।बक्सर के सांसद व केंद्रीय राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे के निर्देश में इस आयोजन की तैयारी तेज हो गयी है।
उन्होंने बताया कि भगवान श्रीराम के आविर्भाव के लिए पुत्रेष्टि याज्ञ कराने वाले ऋषि श्रृंगी की तपोभूमि अंग क्षेत्र स्थित कहोलगांव (कहलगांव) से आविर्भाव यात्रा प्रारंभ होगी जो श्रृंगी के अवधयात्रा व उन्हें आमंत्रित करने के लिए महाराज दशरथ व महर्षि वशिष्ठ के अंगक्षेत्र आगमन से जुड़े स्थालों को स्पर्श करती हुई यह यात्रा 12 जनवरी की संध्या तक यह यात्रा सिद्धाश्रम (बक्सर) पहुंचेगी। बीच में बिहार की राजधानी पटना के प्रसिद्ध जंक्शन हनुमान मंदिर परिसर में इस यात्रा का स्वागत होगा।
इस यात्रा के साथ गया धाम स्थित विष्णुपद और राम गया की पवित्र मिट्टी व फल्गु नदी के जल को लेकर आयी राम यात्रा भी शामिल हो जाएगी। हरिहर क्षेत्र से भी गंगा व नारायणी के पवित्र संगम के जल व मिट्टी लेकर आने वाली यात्रा भी इसमें शामिल हो जाएगा। इसके साथ ही महर्षि श्रृगी के पिता महर्ष विभांड की तपस्थली व श्रृगी जन्मस्थाली का पवित्र जल व मिट्टी लेकर आने वाली यात्रा भी इस यात्रा में शामिल हो जाएगी। श्रृगी की जन्म स्थली गंगा, सरयू और सोन नद के पवित्र संगम पर स्थित पुरातात्विक व धार्मिक स्थल चिरांद के पास स्थित गांव सिंगही है।
11 जनवरी की संध्या में सरस्वती शिशु मंदिर खलीफाबाद में भव्य सांस्कृतिक व भजन संध्या का आयोजन किया गया है जिसमें स्थानीय कलाकारो के साथ राम आयेंगे गाने से प्रसिद्ध भजन गायिका स्वाति मिश्रा की भी प्रस्तुति होगी। पत्रकार वार्ता में भाजपा नेता अर्जित चौबे, अरुण सिंह, अभय घोष सोनू, रामनाथ पासवान आदि उपस्थित थे।
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