मुश्किल में नीतीश और तेजस्वी! बीजेपी ने पटना CJM कोर्ट में दर्ज कराया परिवाद
गुरुवार को भाजपा के द्वारा पटना के गांधी मैदान से विधानसभा मार्च निकाला गया था. इस दौरान पटना के डाक बंगला चौराहे पर उथल पुथल की स्थिति बन गई. बीजेपी नेताओं और पुलिस के बीच नोकझोंक हुई, जिसके बाद पुलिस के द्वारालाठीचार्ज किया गया. इस दौरान आंसू गैस और वाटर कैनन चलाए गए. घटना में कई बीजेपी के नेता समेत विधायक और सांसद घायल हुए. वहीं कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए।
बीजेपी नेताओं पर लाठीचार्ज का मामला पहुंचा कोर्ट:पुलिस के द्वारा पटना के कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया गया तो वहीं अब पटना के सिविल कोर्ट में बीजेपी नेता के द्वारा भी परिवाद दायर किया गया है. भाजपा कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज को लेकर कंप्लेंट केस फाइल हुआ है. हत्या, हत्या के प्रयास और छेड़खानी समेत कई आरोपों को लेकर पटना सिविल कोर्ट में कंप्लेंट केस फाइल किया गया है।
नीतीश-तेजस्वी समेत 6 लोगों पर परिवाद:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, डीएम चंद्रशेखर, एसएसपी राजीव कुमार मिश्रा समेत 6 लोगों पर कंप्लेंट केस सीजीएम कोर्ट में दाखिल हुआ है. भाजपा नेता कृष्णा सिंह कल्लू और उनके अधिवक्ता सुनील कुमार सिंह ने इसकी जानकारी दी है. धारा 302, धारा 307, धारा 341, धारा 323 ,354,120B, 34 समेत विभिन्न धाराओं में दर्ज कराया गया है।
“विधानसभा मार्च के लिए गांधी मैदान से विधानसभा जाना था, जिसमें बिहार के एवं केंद्र के कई नेता मौजूद थे. नेताओं को बर्बरतापूर्ण मारा गया. इसके खिलाफ मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक के साथ गांधी मैदान और कोतवाली थानाध्यक्ष पर परिवाद दायर किया गया है.”- सुनील कुमार सिंह,अधिवक्ता
पटना सिविल कोर्ट में परिवाद दायर: वहीं कृष्ण कुमार कल्लू ने बताया कि यह घटना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है और मैं खुद वहां मौजूद था. सोशल मीडिया के साथ-साथ कई टीवी चैनल पर देखा जिसमें बुरी तरीके से विधायक सांसद को पुलिस के द्वारा पीटा जा रहा था. वहीं महिला कार्यकर्ताओं पर भी बर्बरता पूर्ण रवैया अपनाया गया, जिसको लेकर आज पटना के सिविल कोर्ट में परिवाद दायर किया गया है।
“बीजेपी की ओर से बिहार विधानसभा का घेराव मार्च का कार्यक्रम था. शिक्षकों को लेकर राज्य सरकार का जो बेबुनियाद फैसला था उसके खिलाफ यह मार्च था. मार्च सम्राट चौधरी के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा था, जिसमें कई सांसद, विधायक और कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया. इस मार्च पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के इशारे पर लाठियां बरसाई गईं. बीजेपी नेता विजय सिंह की मृत्यु हो गई. हमें उम्मीद है कि न्यायलय से न्याय होगा.”- कृष्ण कल्लू, बीजेपी नेता
क्या है पूरा मामला? :13 जुलाई को बीजेपी ने विधानसभा मार्च निकाला, लेकिन डाकबंगला चौराहे पर पुलिस ने इस मार्च को रोक दिया. बीजेपी नेताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. इसमें कई सांसद, विधायक और कार्यकर्ता चोटिल हुए थे. वहीं बीजेपी का आरोप है कि बीजेपी नेता विजय सिंह की हत्या लाठीचार्ज के कारण हुई है।
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