बिहार भाजपा विधानमंडल की बैठक शुरू, विजय सिन्हा के आवास पर जुटे विधायक, क्या BJP-JDU में फिर होगी दोस्ती?
फिल्मी जगत में शुक्रवार का दिन खास होता है. इस दिन नई फिल्म रिलीज की जाती है. इसी तरह बिहार की सियासत के लिए भी शुक्रवार खास होने वाला है. अमित शाह का बयान और भाजपा की आपात बैठक से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस शुक्रवार को नए बदलाव हो सकते हैं।
पटना में भाजपा की आपात बैठक
शुक्रवार को भाजपा विधानमंडल की आपात बैठक शुरू हो गई है. विजय सिन्हा के सरकारी आवास वन पोलो रोड में केंद्र के निर्देश पर बैठक की जा रही है, जिसमें सभी विधायकों को राजधानी में ही रहने का निर्देश दिया गया है ताकि समय आने पर सभी एक साथ इक्कठा हो सके।
आपात बैठक पर टिकी है नजर
दरअसल, गुरुवार को मध्य प्रदेश सीएम मोहन यादव का बिहार दौरा था. इसके बीच पार्टी कार्यालय में भाजपा के वरीष्ठ नेताओं की बैठक हुई. इस बैठक में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी सहित कई नेता शामिल हुए. कई मुद्दा पर मंथन किया गया. इसके अगले दिन ही आपात बैठक बुलाने की घोषणा की गई. सभी विधायकों को बुलाया गया है।
भाजपा नेता के बदले सुर
आपको बता दें कि बिहार की राजनीति में कुछ नया होने वाला है, इसका अंदाजा हाल में अमित शाह के एक बयान से लगा सकते हैं. इससे पहले सम्राट चौधरी के भी बयान पर नजर डालते हैं. नीतीश कुमार पर हमेशा निशाना साधने वाले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के भी सुर बदले-बदले नजर आ रहे हैं।
सम्राट चौधरी नीतीश कुमार का ले चुके हैं पक्ष
15 जनवरी को भाजपा कार्यालय में मकर संक्रांति पर दही-चूड़ा का भोज किया गया था. जिसमें सम्राट चौधरी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने पहले लालू का राजनीति कैरियर बर्बाद किया और अब नीतीश कुमार के साथ खिलवाड़ कर रही है. नीतीश कुमार के प्रति सम्राट चौधरी का यह बयान बदलाव की ओर इशारा कर रहा है. जीतन राम मांझी भी नीतीश कुमार का NDA में स्वागत की बात कर चुके हैं।
अमित शाह ने नीतीश कुमार को लेकर भरी हामी
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बात करें तो हाल में राजस्थान प्रत्रिका को दिए इंटव्यू में उन्होंने नीतीश कुमार को लेकर स्पष्ट किया. अमित शाह से जब पूछा गया कि क्या पुराने साथी, जैसे नीतीश कुमार आदि छोड़कर गए थे, अगर वह आना चाहे तो क्या उनके लिए रास्ता खुला है. इसपर अमित शाह ने जवाब में हामी भरी।
प्रस्ताव आने पर विचार करेगी भाजपा
शाह ने कहा कि राजनीति में जो और तो से बात नहीं बनती है. उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर इस तरह का प्रस्ताव आता है तो इसपर विचार किया जा सकता है. अमित शाह का इस बयान से बिहार में सियासत शुरू हो गया है. हाल ही में ललन सिंह के इस्तीफा के बाद सीएम नीतीश कुमार ने जदयू की कमान अपने हाथों में लिया है. अब देखना है कि शुक्रवार को बिहार भाजपा की बैठक में क्या खास होने वाला है. बैठक के फैसले पर सबकी नजर टिकी है।
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