जिम्बाब्वे क्रिकेट (ZC) ने 25 जनवरी को अपने 2 खिलाड़ियों वेस्ले माधेवेरे और ब्रैंडन मावुता को प्रतिबंधित नशीली दवाओं के सेवन का इस्तेमाल करने पर उनपर क्रिकेट की किसी भी गतिविधि में शामिल होने से 4 महीने के लिए बैन लगा दिया गया है। दोनों पर पिछले महीनें जब उनपर इन ड्रग्स को लेने का आरोप लगा था तो उनका डोप टेस्ट करवाया गया था, इसके बाद टेस्ट रिपोर्ट सामने आने के साथ दोनों ही खिलाड़ियों ने अपनी गलती को भी स्वीकार कर लिया है।
बैन के साथ दोनों खिलाड़ियों पर लगा जुर्माना
वेस्ले माधेवेरे और ब्रैंडन मावुता को चार महीने के लिए प्रतिबंधित किए जाने के साथ जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड की तरफ से जारी किए गए इस मामले में उनके बयान में ये भी बताया गया कि उनपर 50 फीसदी जुर्माना भी लगाया गया है। दोनों क्रिकेटरों को अपनी सैलरी से 50 फीसदी फाइन के तौर पर देने होंगे। जिम्बाब्वे क्रिकेट नशीली दवाओं और प्रतिबंधित ड्रग्स पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करता है। हमारी कमिटी ने पाया कि जिन ड्रग्स का इस्तेमाल वेस्ले माधेवेरे और ब्रैंडन मावुता ने किया, वह प्रतिबंधित है। लिहाजा, यह गंभीर अपराध है साथ ही दोनों क्रिकेटरों ने नियमों को तोड़ा। वेस्ले माधेवेरे और ब्रैंडन मावुता की वजह से हमें शर्मिंदा होना पड़ा है।
दोनों खिलाड़ी रिहैबिलिटेशन प्रक्रिया से गुजरेंगे
प्रतिबंधित ड्रग्स के इस्तेमाल के बाद अब दोनों ही खिलाड़ियों को रिहैबिलिटेशन की प्रक्रिया से होकर गुजरना पड़ेगा जिसकी निगरानी जिम्बाब्वे क्रिकेट की मेडिकल टीम करेगी और दोनों ही खिलाड़ियों को हाई परफॉर्मेंस में ट्रेनिंग करनी होगी। दोनों ही खिलाड़ियों ने अपनी इस आदत को छोड़ने के साथ गलती पर दुख भी जताया। वहीं समिति ने ऐसे खिलाड़ियों को ड्रग्स के इस्तेमाल से रोकने के लिए कुछ कारकों पर भी विचार किया। बता दें कि जिम्बाब्वे क्रिकेट के लिए पिछला 1 साल इंटरनेशनल क्रिकेट में कोई खास नहीं रहा जिसमें टीम जहां वनडे वर्ल्ड कप में खेलने से चूक गई तो वहीं आगामी टी20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए भी क्वालीफाई करने में कामयाब नहीं हो सकी।
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