बिहार की एनडीए सरकार में शामिल पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने एक बार फिर दो मंत्री पद की मांग दोहराई है. उन्होंने कहा है कि ये घर की बात है, हमको एक रोटी से पेट नहीं भरता है हम दो तीन रोटी की मांग करेंगे. हम अपने नेता से मांग कर रहे हैं कि हमको कम से कम दो रोटी दीजिए।
“हम गरीबों की राजनीति करते हैं, इसलिए ऐसा विभाग मिले की हम अपने ग्रामीण क्षेत्र में काम कर सकें. हमने अपने नेता के सामने यह मांग रखी है. अब देना ना देना उनके ऊपर है. ये भी समझ लीजिए की ना भी देंगे तो हम कोई अप्रिय बात नहीं कहेंगे”- जीतन राम मांझी, संयोजक, हम
मांझी को चाहिए दो मंत्री पद: दरअसल अपने गांव गया के महाकार से पटना लौटने के दौरान मांझी जहानाबाद के सर्किट हाउस में रुके थे, जहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम दो मंत्री पद की मांग कर रहे हैं. यह मांग हम अपने घर में अपने लोगों से कर रहे हैं ना कि बाहरी लोगों से. हमने स्पष्ट रूप से पहले भी कहा है कि जो विभाग मुझे मिलता आया है, वही विभाग मेरे बेटे को भी मिला है यह सही नहीं है।
बेटे को चाहिए ‘मलाईदार’ मंत्रालय!: जीतन राम मांझी ने ये भी कहा कि हम अपने घर में मांग नहीं रखेंगे तो और किनके सामने रखेंगे. इशारों-इशारों में मांझी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उनके बेटे संतोष कुमार सुमन को दिए गए मंत्री पद से वह बहुत ज्यादा खुश नहीं हैं. ऐसे में उनकी मांग है कि उन्हें दूसरे किसी विभाग का मंत्री पद मिलना चाहिए।
क्या फ्लोर टेस्ट में खेल करेंगे मांझी?: हालांकि जीतन राम मांझी ने साथ ही साथ ये भी कहा कि आगामी 12 तारीख को एनडीए की सरकार का विधानसभा में फ्लोर टेस्ट जो होना है, वह निश्चित रूप से सफल होगा. इसमें कहीं किसी को कोई किंतु परंतु का प्रश्न ही नहीं उठाता है और बिहार में एनडीए की नई सरकार कायम रहेगी।
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