भागलपुर के प्रॉपर्टी डीलर शंकर यादव को ट्रांजिट रिमांड पर रांची ले गई NIA, गैंगस्टर अमन साहू से सेटिंग का उगलेगा राज
एनआईए की टीम गिरफ्तार प्रॉपर्टी डीलर शंकर यादव को शुक्रवार की दोपहर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में पेश कर 48 घण्टे की ट्रांजिट रिमांड मांगी। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने अर्जी का अवलोकन कर 24 घण्टे की ट्रांजिट रिमांड को मंजूरी दे दी है। एनआईए की टीम के अनुरोध पर एसएसपी आनंद कुमार ने सुरक्षा दस्ता मुहैया करा रखा था।
एनआईए की टीम ने कड़ी सुरक्षा घेरे में गिरफ्तार शंकर यादव को लेकर रांची के लिए रवाना हो गई। वहां उसे विशेष एनआईए अदालत में पेश करेगी। शंकर को एनआईए आठ फरवरी को बरारी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी स्थित आवास पर छापेमारी कर गिरफ्तार किया था। घर से एक करोड़ 30 लाख रुपये, राइफल, पिस्टल, पांच दर्जन से अधिक कारतूस जमीन के दस्तावेज आदि बरामद हुए थे।
अमन साहू गैंग से नजदीकी रिश्ते के साक्ष्य
एनआईए रांची की टीम इंस्पेक्टर मुकेश कुमार सिन्हा के नेतृत्व में जेल में बंद अमन साहू गैंग से शंकर यादव के नजदीकी रिश्ते के साक्ष्य मिलने पर गिरफ्तार करने पहुंची थी।
अमन साहू का भाई आकाश साहू शंकर यादव के बरारी स्थित घर पर पनाह लेता था। गैंग की तरफ से वसूली गई लाखों की रकम को शंकर जमीन और अन्य धंधों में निवेश किया करता था। मूल रूप से मधेपुरा जिले के रहने वाले शंकर यादव की एक ट्रैक्टर की एजेंसी के अलावा बालू, छर्री, गिट्टी, सीमेंट के अलावा जमीन की खरीद-बिक्री का भी कारोबार है।
एक दिन पूर्व रांची से लौटा था शंकर
आठ फरवरी को एनआईए की छापेमारी के एक दिन पूर्व शंकर रांची से ही भागलपुर लौटा था। उसके रांची प्रवास के दौरान उसकी अमन साहू गिरोह के लोगों से मनी ट्रांजेक्शन, लेवी और बेशकीमती भूखंड पर कब्जे की डील होने की बात कही जा रही है। छापेमारी में एनआईए की टीम को शंकर के कई सहयोगियों से जुड़े दस्तावेज भी हाथ लगे हैं।
शंकर के साथ आधा दर्जन पुलिस पदाधिकारी भी पार्टनर
एनआईए की छापेमारी में जमीन से जुड़े दस्तावेज और एग्रीमेंट पेपर के अलावा हाथ लगी एक डायरी में कई चौंकाने वाली जानकारी सामने आ रही है। भागलपुर में शंकर जमीन की डील में करोड़ों का निवेश कर रखा है। यहां की दो बेशकीमती भूखंड की डील में शंकर के साथ आधा दर्जन दारोगा और इंस्पेक्टर रैंक के पुलिस पदाधिकारी बतौर पार्टनर शामिल हैं। जमीन की खरीद- फरोख्त में अमन साहू गैंग के अलावे उन पुलिस पदाधिकारियों के भी पैसे लगे हुए हैं।
शंकर के साथ जमीन की कई डील में नवगछिया के सधुआ चापर, गोपालपुर प्रखंड के तेरासी, पंचगछिया, सैदपुर, तिनटंगा करारी के अलावा मधेपुरा के चौसा, लौआलगाम, भागलपुर के बाइपास, नाथनगर, मधुसूदनपुर, सबौर और बरारी के कई प्रॉपर्टी डीलर भी शामिल हैं। एनआईए की टीम उनकी अमन साहू गिरोह से जुड़े लोगों से ताल्लुक खंगाल रही है।
न्यायालय में पहुंचे थे दर्जनों करीबी
ट्रांजिट रिमांड पर जब शंकर को एएनआई की टीम लेकर रांची रवाना हो रही थी तब कचहरी परिसर में दर्जनों करीबी टकटकी लगा देख रहे थे। उनमें दो-तीन बेहद करीबी दोस्तों ने स्थानीय अधिवक्ता के अलावा रांची व्यवहार न्यायालय के वकील से मोबाइल पर संपर्क करते देखे गए, ताकि आगे की कानूनी उलझन से शंकर को कैसे उबारा जा सके।
एएनआई की विशेष न्यायालय रांची में शंकर की तरफ से अर्जी देने की भी तैयारी करीबियों ने शुरू कर दी है। सड़क मार्ग से दो लग्जरी गाड़ियों से उंसके करीबी भी रांची रवाना हो गए हैं।
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