पूरा बिहार मेरा परिवार, सरकार के काम याद रखें: सीएम नीतीश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जदयू और भाजपा का परिवार देश और राज्य की जनता है। मेरे लिए पूरा बिहार एक परिवार की तरह है। वहीं, उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग धृतराष्ट्र की तरह जनता को लाचार और बेबस छोड़कर पत्नी, बेटा, बेटी को ही परिवार मानते हैं। ऐसे संकीर्ण सोच रखने वाले करोड़ों जनता की भलाई कैसे करेंगे? मुख्यमंत्री गुरुवार को मधेपुरा, सुपौल और बेगूसराय में चुनावी सभाओं को संबोधित कर रहे थे। सीएम ने 2005 के पहले के बिहार की याद दिलाते हुए कहा कि बिहार में भय और भ्रष्टाचार का माहौल था। अपहरण, लूट, हत्या, दुष्कर्म, राहजनी जैसे जघन्य अपराधों का साम्राज्य कायम था। गिरोहों के सरगना कानून से खेला करते थे। त्राहिमाम करती जनता पुलिस प्रशासन के पास न्याय मांगने नहीं जाती थी, बल्कि सरगना के रहमोंकरम पर निर्भर थी।
उन्होंने कहा कि एनडीए की सरकार बनते ही सबसे पहले जंगल राज को समाप्त किया गया। 2005 से पहले बिहार का सालाना बजट 24 हजार करोड़ रुपए था, लेकिन अभी बिहार का सालाना बजट दो लाख 72 हजार करोड़ रुपए है। स्वास्थ्य, शिक्षा सड़क, बिजली, सिंचाई, रोजगार, महिला सशक्तिकरण सहित अन्य क्षेत्र में काफी विकास हुआ है। उन्होंने अपील की कि सरकार के काम को आपलोग याद रखिएगा। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर निशाना साधा कि वो बहुत गड़बड़ किये थे, इसलिए हमने हटा दिया। तय किया है कि अब हम कभी इधर-उधर नहीं जाएंगे।
पूरे देश में जीविका का बिहार मॉडल
सीएम ने कहा कि स्वयं सहायता समूह में पहले बिहार में काफी कम महिलाएं थीं। हमने विश्व बैंक से कर्ज लेकर स्वयं सहायता समूह खड़ा किया। स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं का नाम जीविका दीदी दिया। फिर पूरे देश में बिहार मॉडल लागू हुआ और इन संगठनों का नाम देशभर में आजीविका पड़ा। उन्होंने कहा कि बिहार के सभी मदरसा को मान्यता देकर सरकारी स्कूलों की तरह लाभ भी दिया जा रहा है।
Discover more from Voice Of Bihar
Subscribe to get the latest posts sent to your email.