बिहार में ड्राइविंग लाइसेंस बनाना हुआ आसान, घर बैठे-बैठे होगा सारा काम, परेशानी नहीं होगी
लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस (अस्थाई डीएल) के लिए अब लोगों को जिला परिवहन विभाग (डीटीओ) का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। आवेदक घर बैठे ही टेस्ट दे सकेंगे। जुलाई से यह व्यवस्था भागलपुर सहित अन्य जिलों में लागू हो जाएगी। इस सुविधा के शुरू होने से समय की बचत तो होगी ही, दलालों से भी छुटकारा मिल जाएगा।
आवेदकों को सारथी सॉफ्टवेयर साइट से जुड़ने के बाद अपना आधार लिंक करना होगा। इसके बाद ऑनलाइन शुल्क जमा कर कंप्यूटर पर परीक्षा देनी होगी। परीक्षा में सफल होने पर लाइसेंस खुद भी अपलोड कर सकेंगे।
लर्निंग और परमानेंट ड्राइविग लाइसेंस के लिए आवेदन ऑनलाइन लिए जा रहे हैं। लर्निंग लाइसेंस बनवाने के लिए आवेदक का आधार कार्ड उनके मोबाइल नंबर से लिंक होना चाहिए। सारथी पोर्टल पर आधार नंबर डालते ही आवेदक का नाम, पता व मोबाइल नंबर अंकित हो जाएगा।
ऑनलाइन शुल्क जमा करने के बाद वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) के साथ ऑनलाइन परीक्षा की तिथि आ जाएगी। जिसके बाद आवेदक घर बैठकर ही टेस्ट दे सकेंगे। पास होने के बाद लर्निंग भी घर बैठे ही मिल जाएगा, लेकिन टेस्ट देते समय कैमरे में अगर अन्य व्यक्ति की हलचल दिखी या नकल का अहसास हुआ तो टेस्ट में कंप्यूटर स्वत: फेल कर देगा।
घर बैठे लर्निंग डीएल के टेस्ट के लिए घबराने की जरूरत नहीं है। परिवहन विभाग सारथी पोर्टल पर ऑनलाइन टेस्ट देने के सरल तरीके उपलब्ध कराएगा। पोर्टल पर हर स्टेप पर अगले चरण की जानकारी दी जाएगी।
टेस्ट देने से पहले यातायात नियमों से जुड़ा एक ट्यूटोरियल वीडियो भी उपलब्ध रहेगा। जिसे देखकर टेस्ट के बारे में प्रारंभिक जानकारी ली जा सकती है। टेस्ट के दौरान पूछे जाने वाले सवालों की भी पूरी जानकारी रहेगी।
मसलन कौन सा चिह्न सड़क पर किस कारण प्रयोग होता है, बाएं मुड़ने के लिए कौन सा चिह्न है, रेलवे फाटक, विद्यालय, एम्बुलेंस, वाहन की स्पीड कितनी होनी चाहिए। टेस्ट देते समय तय समय में ही उत्तर देने होंगे।
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