विधायक और IPS अफसर में हो गई तकरार; सब्जी विक्रेता के सुसाइड का मामला, मरने से पहले बनाए थे वीडियो
सचेंडी कस्बा निवासी एवं सब्जी विक्रेता ने चौकी इंचार्ज मंडी और एक सिपाही के उत्पीड़न से त्रस्त आकर आत्महत्या कर ली। मरने से पहले उसने गले में फंदा लगाकर 65 सेकेंड के वीडियो में स्थानीय चौकी इंचार्ज और एक सिपाही पर पिछले दो माह से जबरन वसूली, रास्ते में रोककर गाली गलौज कर उत्पीड़न और फोन पर धमकी देने का आरोप लगाया है।
बनाए गए वीडियो को फेसबुक स्टेटस पर अपलोड करने के बाद युवक ने आत्महत्या कर ली। सुबह युवक की मौसी ने स्टेटस देखा तो घर वालों को फोन किया, तब जाकर घटना की जानकारी हुई।
विधायक और आईपीएस में कहासुनी
पुलिस प्रताड़ना की जानकारी सामने आते ही मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई और स्थानीय विधायक अभिजीत सिंह सांगा को बुलाने की मांग करने लगी। विधायक आए तो उनकी सचेंडी के प्रभारी निरीक्षक आईपीएस डॉ. अमोल मुरकुट से कहासुनी हो गई।
इसके बाद जमकर हंगामा हुआ। बाद में उच्चाधिकारियों के निर्देशन पर आरोपी चौकी प्रभारी व सिपाही के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा में मुकदमा दर्ज करते हुए दोनों को निलंबित कर दिया गया।
चौकी प्रभारी ने फेंक दी थी सब्जी
सचेंडी कस्बा निवासी बालकृष्ण राजपूत का छोटा बेटा सुनील राजपूत लगभग चार माह पहले चकरपुर सब्जी मंडी में सब्जी बेचने का काम करता था। मां राजेश्वरी ने बताया कि मंडी चौकी प्रभारी सत्येंद्र कुमार यादव व सिपाही अजय यादव ने मंडी में वसूली करते हैं। उन्होंने उनके बेटे से भी पांच हजार रुपए मांगे थे। असमर्थता जताने पर उन्होंने उसकी सब्जी उठाकर फेंक दी और दोबारा दुकान न लगाने की चेतावनी दी थी।
इसके बाद भी दुकान लगाने पर वह अक्सर उसको रास्ते में रोककर गाली गलौज करते थे और प्रताड़ित करते थे। उनका तीसरे नंबर का बेटा राजकुमार जो कि जेल में है, उसका नाम लेकर घर आकर लोगों से गाली-गलौज और प्रताड़ित करने का कार्य किया जा रहा था।
पैसे छीनकर करते थे गाली-गलौज
सुनील की मां के मुताबिक, उन्होंने बेटे को मंडी में दुकान न लगाने की नसीहत दी और दूसरा काम खोजने को कहा था। इसके बाद से वह पिछले दो महीनों से सचेंडी में अंडरपास का निर्माण कर रही कंपनी पीएनसी में मजदूरों के लिए खाना बनाने का कार्य करने लगा था। आरोप है कि इसके बाद भी चौकी इंचार्ज ने पीछा नहीं छोड़ा और जहां भी सुनील मिलता था, वह उसे रोक कर पैसे छीन लेते थे और गाली-गलौज करते थे।
दो वीडियो बनाकर किए अपलोड
परिजनों के मुताबिक, सुनील सुबह छह बजे घर से निकलता और रात में 11 बजे वापस आता था। सोमवार रात 11 बजे मां राजेश्वरी ने सुनील को फोन कर घर आने को कहा तो उसने आधे घंटे में घर आने की बात कही। तब तक मां सहित अन्य परिजन सो गए।
रात में सुनील ने घर आकर कमरे में दो वीडियो बनाए, जिसमें पहले वीडियो में चकरपुर मंडी चौकी प्रभारी सत्येंद्र कुमार यादव व सिपाही अजय यादव पर पिछले दो माह से रास्ते में रोक कर पैसे छीनने, गाली गलौज करने का आरोप लगाकर अपनी मौत के लिए दोनों को जिम्मेदार बताया गया है।
वहीं, दूसरा वीडियो उसने गले में गमछे का फंदा लगाकर माता-पिता को संबोधित कर बनाया है। इसके बाद सुनील ने फेसबुक स्टेटस पर वीडियो अपलोड करने के बाद छत के कुंडे में फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली।
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