गुणवत्ता मानकों में खरे नहीं उतरे दिग्गज कंपनियों के स्टील प्रोडक्ट, TMT सरिया कंपनियों को NHAI ने दिया नोटिस
छत्तीसगढ़ की चार बड़ी स्टील कंपनियों NHAI ने नोटिस जारी किया है आपको बता दें कि ये कंपनियों के नाम है- श्री बजरंग पावर एंड इस्पात (GOEL TMT), हीरा स्टील (CORE TMT), नाकोड़ा टीएमटी (Nakoda TMT) और एमएसपी स्टील (MSP Steel) को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने नोटिस जारी किया है। इन कंपनियों ने एनएचएआई के अलग-अलग प्रोजेक्ट में स्टील मटेरियल सप्लाई किया था. जो गुणवत्ता मानकों में खरे नहीं उतरे, जिसके बाद कंपनियों को शोकाज नोटिस जारी कर 15 दिन के भीतर जवाब मांगा है.
NHAI एनएचएआई के नोटिस के तहत श्री बजरंग पॉवर एंड इस्पात कंपनी Shri Bajrang Power and Ispat Company को महाराष्ट्र में सिक्स लेन रोड के काम में टीएमटी सप्लाई का काम मिला था। महंगाई के दौर में सरिया कंपनियों द्वारा उपभोक्ताओं से पैसा लेने के बावजूद भी इस तरह की ठगी का मामला देखने को मिला है। वही आईएसआई मार्क और नामी कंपनियों का ब्रांड चलने के बाद भी छत्तीसगढ़ के बड़े-बड़े नामी सरिया कंपनियां सड़क निर्माण में गुणवत्ताहीन उत्पादों की सप्लाई करती जा रही है।
जब सरकार सबसे बड़ी एजेंसी NHAI को बड़े-बड़े नाम वाले TMT सरिया कंपनी बनाने वालों ने ठगी कर दी तो अब आम जनता इतने बड़े और महंगे ब्रांड की TMT सरिया को 2 से 3 हज़ार टन महंगे में खरीदी करके किस तरीक़े से ठगी के शिकार होते होंगे इसका अंदाज़ा लगाना भी बहुत मुश्किल है। घटिया स्तर का माल खरीदकर अधिक देना कहा की अक्लमंदी है और सरकार का किसी प्रकार का नियंत्रण भी नहीं है।
हीरा स्टील Hira Steel को मध्यप्रदेश में एनएच 146 में टीएमटी सप्लाई का काम मिला था. नाकोडा इस्पात को तमिलनाडु के एनएच 45 सी के निर्माण के लिए टीएमटी बार सप्लाई करना था। रायगढ़ की एमएसपी स्टील को कर्नाटक में एनएच 169 के तहत भारतमाला प्रोजेक्ट के लिए टीएमटी सप्लाई का काम मिला था. भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण National Highway Authority of India (NHAI) ने देशभर की 11 कंपनियों को नोटिस जारी किया है. इनमें छत्तीसगढ़ की चार कंपनियां भी शामिल हैं, जिन्हें भेजे नोटिस में सवाल किया गया है कि आपके इन गुणवत्ताहीन मटेरियल सप्लाई करने पर क्यों न आपके फर्म को सप्लाई के मिले अधिकार को सस्पेंड कर दिया जाए।
पूरे भारत को उच्च गुणवत्ता वाली सड़कों से जोड़ने के लिए भारतमाला परियोजना पर तेजी से काम हो रहा है। हर राज्य में नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ऐसी सडक़ों का जाल बिछा रही है। इन सडक़ों में मटेरियल सप्लाई के लिए विधिवत लैब टेस्टिंग के बाद लिमिटेड समय के लिए कंपनियों को अनुमति दी जाती है। काम के बीच में भी मटेरियल का परीक्षण किया जाता है। ऐसे ही एक टेस्ट में एमएसपी स्टील एंड पावर का टीएमटी बार मानकों से कम का पाया गया है। एनएचएआई ने 21 जून को एमएसपी स्टील को एप्रूवल सस्पेंड करने का नोटिस दिया है।
भारतमाला परियोजना में कंपनियां मानकों के अनुसार कच्चा माल सप्लाई करें, इसके लिए एक व्यवस्था बनाई गई है। कंपनियों से मानकों के अनुसार कोटेशन मंगवाए जाते हैं। लैब टेस्ट करने के बाद सरिया या अन्य स्टील प्रोडक्ट को अनुमति दी जाती है। सडक़ें लंबे समय तक टिकें इसके लिए टीएमटी बार की गुणवत्ता भी बहुत महत्वपूर्ण है। एनएचएआई के अंतर्गत कर्नाटक में सन्नूर से बिकर्णकेटे एनएच 169 का निर्माण भारतमाला परियोजनाद के तहत चल रहा है।
इसमें एमएसपी स्टील एंड पावर जामगांव से टीएमटी बार सप्लाई किए गए थे। एनएचएआई ने नोटिस में कहा है कि एप्रूवल की शर्त के अनुसार अगर कहीं भी मानकों के हिसाब से टीएमटी बार की गुणवत्ता में कमी पाई जाती है तो एप्रूवल को सस्पेंड किया जा सकता है। लैब टेस्ट में सरिया फेल हो गया जिसके आधार पर एनएचएआई ने एमएसपी को शोकाज नोटिस दिया है। 15 दिनों के अंदर इसका स्पष्टीकरण मांगा है।
नोटिस में अथॉरिटी की तरफ से लिखा गया है कि आपके इन गुणवत्ताहीन मटेरियल सप्लाई करने पर क्यों न फर्म को सप्लाई के मिले अधिकार को सस्पेंड कर दिया जाए? एनएचएआई ने 11 कंपनियों को नोटिस दिया है जिसमें छग की चार कंपनियां हैं। छत्तीसगढ़ से श्री बजरंग पावर एंड इस्पात (GOEL TMT), हीरा स्टील (CORE TMT), नाकोड़ा टीएमटी (Nakoda TMT) और एमएसपी स्टील (MSP Steel) को नोटिस दिए गए हैं। मटेरियल के सैंपल थर्ड पार्टी टेस्ट में फेल हो गए। इसके अलावा अग्रवाल फाउंड्रीज, गैलेंट टीएमटी, प्राइम गोल्ड टीएमटी, कामछी इंडस्ट्रीज, एसआरएमबी सृजन प्रालि, शाकम्भरी इस्पात एंड पावर वेस्ट बंगाल और मैथन स्टील एंड पावर को भी नोटिस दिया गया है।
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