अंतिम संस्कार के 52 दिन बाद बहू निकली ‘जिंदा’, निकाले लाडली बहना योजना के पैसे, क्या है सच्चाई
मध्य प्रदेश के भिंड जिले में उस समय दो परिवारों के पैरों तले जमीन खिसक गई थी, जब एक महिला ने अंतिम संस्कार के 52 दिन बाद बैंक से लाडली बहना योजना का लाभ उठाया। उस महिला की मौत के संबंध में दो परिवारों के बीच कानूनी विवाद चल रहा था और वही महिला दिल्ली-एनसीआर के नोएडा में एक कंपनी में काम करती हुई मिली। यहां मामला जिले के मेहगांव थाना के ग्राम मढ़रौली का है, जहां मध्य प्रदेश सरकार की एक योजना ने महिला के राज का खुलासा कर दिया।
मायके वालों ने दर्ज करवाई FIR
जानकारी के अनुसार, मेहगांव थाना पुलिस को ग्राम मढ़रौली के पास से करीब डेढ़ महीने पहले एक महिला की आधी जली हुई लाश मिली थी। परिवार के लोगों ने लाश की पहचान महिला के रूप में की थी। इस दौरान महिला के मायके वालों ने ससुराल के लोगों पर महिला को जलाकर मारने का आरोप लगाया था। मायके वालों के बयान के आधार पर पुलिस ने ससुराल वालों के खिलाफ IPC की धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर लिया और मामले की जांच शुरू की।
पति के पास आया पैसे निकाले का मैसेज
नियम के अनुसार ससुराल वालों ने महिला का अंतिम संस्कार किया। महिला के मायके और ससुराल वालों ने तो यह मान लिया था कि उनकी बेटी और बहू अब इस दुनिया में नहीं रही। कुछ दिन पहले ही महिला के पति के फोन पर लाडली बहना योजना के पैसे निकलने का मैसेज आया। ये मैसेज देखकर तो पति की आंखें फटी की फटी रह गई। उसने तुरंत इसकी जानकारी पुलिस को दी। मैसेज देखकर पुलिस का भी सिर घूम गया। मैसेज में बताया कि महिला ने अपने खाते से मथुरा में फिंगरप्रिंट के जरिए लाडली बहन योजना के पैसे निकाले है। महिला शायद यह भूल गई थी कि उसका बैंक अकाउंट उसके पति के नंबर से लिंक है। इसलिए जैसे ही महिला ने पैसे निकाले उसका मैसेज उसके पति के पास पहुंच गया।
नोएडा में नौकरी करती मिली महिला
इस बात की जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम मथुरा पहुंची। यहां पुलिस ने पूछताछ की और CCTV फुटेज देखा, जिससे पता चला कि महिला अभी जिंदा है। इसके बाद पुलिस ने महिला का फोटो निकाल उसकी तलाश शुरू कर दी। लोकेशन के आधार पर पुलिस महिला का पीछा करते हुए नोएडा पहुंची। यहां पुलिस को महिला एक मोबाइल पैकिंग कंपनी में नौकरी करती हुई मिली। पुलिस ने महिला को 25 जून को गिरफ्तार कर लिया। महिला ने बताया कि उसे अकेले रहना पसंद है, इसलिए वह शादी भी नहीं करना चाहती थी। लेकिन घरवालों ने उसकी शादी करवा दी। महिला को इस शादी से एक बेटी और एक बेटा है। अब सवाल यह उठता है कि जिसका अंतिम संस्कार हुआ वह महिला आखिरकार कौन थी।
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