बढ़ने वाली हैं लालू प्रसाद की मुश्किलें: कोर्ट में पहुंचा हत्या का 30 साल पुराना मामला, RJD चीफ के खिलाफ मुकदमा
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद की मुश्किलें एक बार फिर से बढ़ने वाली हैं। करीब 30 साल पुराना हत्या का मामला कोर्ट में पहुंच गया है। लालू प्रसाद के खिलाफ मुजफ्फरपुर की अदालत में परिवाद दायर कराया गया है। लालू पर आरोप है कि उन्होंने गांधी मैदान में भड़काऊ भाषण दिया था, जिसके बाद हिंसा भड़क गई थी और एक शख्स की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी।
दरअसल, आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद के खिलाफ मुजफ्फरपुर के अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम पश्चिम की कोर्ट में एक परिवाद दाखिल कराया गया है। पारू थाना क्षेत्र के उस्ती गांव निवासी राजीव रंजन उर्फ टुनटुन सिंह ने लालू प्रसाद पर भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगाते हुए परिवाद दाखिल कराया है।
परिवादी राजीव रंजन का आरोप है कि लालू प्रसाद ने 30 साल पहले पटना के गांधी मैदान में भड़काऊ भाषण दिया था। जिसके बाद आरजेडी के लोगों ने उनके पिता की हत्या कर दी थी। 1994 में बिहार में आऱजेडी की सरकार थी और लालू प्रसाद मुख्यमंत्री थे।
आरोप है कि 27 जून 1994 को गांधी मैदान में लालू प्रसाद ने जाति विशेष को लेकर भाषण दिया था जिससे कार्यकर्ता उग्र हो गए। 30 जून को परिवादी राजीव रंजन के पिता का अपहरण कर लिया गया और हत्या करने के बाद उनके शव के पेड़ पर लटका दिया था।
राजीव रंजन ने आरोप लगाया है कि जातिय उन्माद में उनके पिता के अलावा अन्य लोगों की हत्या हुई, जिसके लिए लालू प्रसाद जिम्मेवार हैं। परिवादी के पिता उस वक्त की बिहार पीपुल्स पार्टी के मुजफ्फरपुर पश्चिमी से अध्यक्ष थे। कोर्ट ने इस परिवार की सुनवाई की तिथि निर्धारित कर दी है। आगामी 19 जुलाई को कोर्ट इस मामले की सुनवाई करेगा।
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