रुपौली जाने से पहले तेजस्वी ने फिर NDA सरकार को घेरा, कहा..किस बात की डबल इंजन की सरकार?
बिहार में रुपौली विधानसभा सीट पर 10 जुलाई को उपचुनाव होने वाला है। यहां महागठबंधन और एनडीए के बीच सीधी टक्कर है। एनडीए की ओर से जेडीयू ने कलाधर मंडल तो वही महागठबंधन की तरफ से आरजेडी ने प्रत्याशी के तौर पर बीमा भारती को चुनाव के मैदान में उतारा है। 6 जुलाई को जेडीयू प्रत्याशी के पक्ष में चुनाव प्रचार करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रुपौली आए थे। चुनाव प्रचार का कल (8 जुलाई) अंतिम दिन है। सोमवार को रुपौली में चुनावी जनसभा को संबोधित करने के लिए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव आज पटना से रवाना हो गये हैं।
रुपौली जाने से पहले तेजस्वी यादव ने पटना में मीडिया से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने बिहार में गिरते पुल, महंगाई, भ्रष्टाचार, क्राइम, विशेष राज्य का दर्जा, आरक्षण सहित कई मामले को लेकर बिहार की एनडीए सरकार को घेरा। तेजस्वी यादव ने कहा कि रुपौली में चुनाव प्रचार का कल अंतिम दिन है। सब लोग प्रचार में जा रहे हैं तब हम भी जा रहे हैं जहां अपनी बात रखेंगे। बिहार में लगातार पुलों के गिरने पर कहा कि 19 दिन में 13 पुल बिहार में गिरा है। आज फिर मोतिहारी में पुल गिरा है लेकिन सरकार गंभीर नहीं है। यदि कोई हादसा होता है तब इसकी जिम्मेवारी कौन लेगा? बिहार में पुल लगातार गिर रहा है और सरकार चुप्पी साधे बैठी है। ऐसा लगता है कि उनके लिए यह मामूली सी बात है।
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि पुल गिरने,भ्रष्टाचार, क्राइम, पेपर लीक, बिहार को विशेष राज्य का दर्जा, आरक्षण के मामले को लगातार हम उठा रहे हैं। किस बात की डबल इंजन की सरकार जब इस पर ध्यान नहीं देती है। बिहार के विकास के लिए कोई काम नहीं हो रहा है। इस दौरान तेजस्वी यादव ने महंगाई को लेकर भी केंद्र और राज्य सरकार को घेरा। उन्होंने मीडिया कर्मियों से कहा कि सब्जी का दाम कितना बढ़ गया है। गरीबों की थाली से अब सब्जी गायब हो गया है। कोई एक कोई एक सब्जी का नाम बताए जो 45 रुपये से कम हो। पटना में आलू 45 किलो बिक रहा है। सच्चाई यही है कि इसे कोई देखने वाला नहीं है। कई सब्जियां सौ के पार चली गयी है। गरीबों को कितना मुश्किल होता होगा। महंगाई पर कोई बोलने को तैयार नहीं है।
ना केंद्र सरकार को महंगाई की चिंता हैं और ना ही राज्य सरकार को ही इसकी परवाह है। सरकार में बैठे लोग उल्टे दिन रात हमलोगों को ही गाली देने में लगे हैं। हालांकि इससे कोई फर्क पड़ने वाला है। जो किंगपिन लोग है उनको सरकार बचाने में लगी है। कुछ होता है तो सीधे तेजस्वी का नाम लिया जाता है। बिहार के लिए ना तो आज कोई विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की बात करता है और ना ही कोई 75 प्रतिशत आरक्षण की बात करता है। यह आरक्षण अब कौन देगा? बिहार में किस बात की डबल इंजन की सरकार है।
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