रोजगार के मुद्दे विपक्ष पर बरसे PM मोदी
लोकसभा चुनाव के बाद शुरू हुए अपने तीसरे कार्यकाल की पहली मुंबई यात्रा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले एक माह में छोटे-बड़े हर निवेशक ने हमारे तीसरे कार्यकाल का उत्साह से स्वागत किया है, क्योंकि लोग जानते हैं कि एनडीए सरकार ही स्थिरता और स्थायित्व दे सकती है।इन परियोजनाओं से पैसा और समय दोनों बचेगा
प्रधानमंत्री शनिवार शाम मुंबई पहुंचे और गोरेगांव स्थित नेस्को ग्राउंड में आयोजित एक समारोह में मुंबई और आसपास की 29,400 करोड़ रुपये मूल्य की परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि ये परियोजनाएं मुंबई के अंदर एवं यहां से अन्य शहरों का संपर्क सुगम करेंगी। इससे लोगों का समय और पैसा दोनों बचेगा।
तीन गुना तेजी से काम करने का वादा
पीएम ने कहा कि मुंबई में तेजी से विकसित हो रहे बुनियादी ढांचे के कारण यह देश-विदेश के निवेशकों के आकर्षण का केंद्र बन रही है। उन्होंने कहा कि हमने चुनाव के दौरान तीन गुना तेजी से काम करने का वादा किया था। आज हम इसे पूरा होते देख रहे हैं। यही कारण है कि हमारे तीसरे कार्यकाल का छोटे-बड़े सभी निवेशकों ने उत्साह से स्वागत किया है। सबको लगता है कि एनडीए ही स्थिरता और स्थायित्व दे सकती है। इस समारोह में प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे एवं दोनों उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एवं अजीत पवार भी उपस्थित थे।
आरबीआई की रिपोर्ट ने कर दी बोलती बंद
प्रधानमंत्री ने रोजगार को लेकर विपक्ष द्वारा किए जाने वाले दुष्प्रचार पर भी जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में कोरोना संकट के बावजूद रिकॉर्ड रोजगार निर्माण हुआ है। रिजर्व बैंक की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि बीते तीन-चार वर्षों में लगभग आठ करोड़ रोजगार निर्माण हुआ है। इन आंकड़ों ने झूठे नैरेटिव (कहानियां) गढ़ने वालों की बोलती बंद कर दी है।
जनता झूठ और प्रपंच को नकार रही
उन्होंने कहा कि इस तरह के झूठे नैरेटिव गढ़नेवाले निवेश के दुश्मन हैं, बुनियादी ढांचे के निर्माण के दुश्मन हैं, और विकास के दुश्मन हैं। इनकी हर नीति युवाओं से विश्वासघात एवं रोजगार रोकने की रहती है, लेकिन अब इनकी पोल खुल रही है। भारत की समझदार जनता इनके झूठ और प्रपंच को नकार रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जहां से रेल ट्रैक, पुल, रेल के डिब्बों जैसा कोई भी निर्माण कार्य होता है, वहां रोजगार पैदा होता ही है। भारत में तेजी से हो रहे बुनियादी ढांचे के निर्माण के कारण रोजगार भी तेजी से बढ़ रहा है।
अटल सेतु से ईंधन और समय बच रहा
खासतौर से मुंबई में बढ़ रहे बुनियादी ढांचे का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यहां जब अटल सेतु का निर्माण हो रहा था तो कई लोगों ने इसका विरोध किया। इसे लटकाने-भटकाने की कोशिशें कीं। अब, जब यह बनकर तैयार हो गया है तो रोज इस पर से 20,000 वाहनों का आवागमन हो रहा है। इससे 20-25 लाख का ईंधन रोज बच रहा है और लोगों का समय भी बच रहा है।
महाराष्ट्र के पास गौरवशाली इतिहास
शिवसेना (यूबीटी) जैसे विपक्षी दल अक्सर भाजपा पर मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करने का आरोप लगाते रहते हैं। इसका उत्तर देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र के पास गौरवशाली इतिहास है, सशक्त वर्तमान है, और समृद्ध भविष्य का सपना भी है।
मुंबई को फिनटेक कैपिटल बनाने का लक्ष्य
विकसित भारत के निर्माण में महाराष्ट्र की बड़ी भूमिका है, क्योंकि महाराष्ट्र के पास औद्योगिक शक्ति है, कृषि की शक्ति है, वित्तीय केंद्रों की शक्ति है। इन्हीं शक्तियों ने मुंबई को देश का वित्तीय केंद्र बनाया है। अब महाराष्ट्र की इसी शक्ति से महाराष्ट्र को दुनिया का बड़ा आर्थिक केंद्र बनाने का मेरा लक्ष्य है। मेरा लक्ष्य मुंबई को दुनिया की ‘फिन टेक कैपिटल’ बनाने का है।
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