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पोस्टमास्टर ने किया गबन, ग्रामीणों ने बंधक बनाया

ByKumar Aditya

जुलाई 17, 2024
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जमशेदपुर से सटे बोड़ाम थाना क्षेत्र के लावजोड़ा पोस्टऑफिस में 4 लाख 42 हजार रुपये गबन मामले की जांच करने पहुंचे डाक अधिकारी एसडीआई दिवाकर कुमार दीपक, आरोपी पोस्टमास्टर तुषार कुमार और अन्य को ग्रामीणों ने मंगलवार को बंधक बना लिया। पुलिस के पहुंचने पर राशि लौटाने के लिखित आश्वासन के बाद बंधकों को ग्रामीणों ने छोड़ा।

गबन का मामला करीब एक महीने पहले से चल रहा है पर इसे स्थानीय स्तर पर दबा दिया गया था। इस मामले में ग्रामीणों ने बताया कि पोस्टमास्टर तुषार कुमार ने लावजोड़ा के 11 बचत खाताधारकों के 4.42 लाख रुपये फर्जी तरीके से निकाल लिए। जानकारी पर ग्रामीणों ने तुषार कुमार से जवाब मांगा तो वह 20 दिन पूर्व पोस्टऑफिस में ताला मारकर फरार हो गया था। वह भागलपुर का रहने वाला है।

इस मामले में ग्रामीणों ने बताया कि पोस्टमास्टर तुषार कुमार ने लावजोड़ा के 11 बचत खाताधारकों के 4.42 लाख रुपये फर्जी तरीके से निकाल लिए। इसकी जानकारी मिलने के बाद ग्रामीणों ने जब तुषार कुमार से जवाब मांगा तो वह 20 दिन पूर्व पोस्टऑफिस में ताला मारकर फरार हो गया था। इसकी शिकायत भुक्तभोगियों ने डाक विभाग के वरीय डाक अधीक्षक एसएसपी (डाक विभाग) के नाम बोड़ाम पोस्टऑफिस में की तो स्थानीय स्तर पर ही मैनेज करने का प्रयास किया गया। लेकिन जब कोई समाधान नहीं निकला तो कुछलोगों ने इसकी शिकायत अंतत: एसएसपी से मंगलवार को कर दी। इसके बाद मंगलवार शाम करीब 5 बजे लावजोड़ा पोस्टऑफिस पहुंचकर मामले की छानबीन कर रहे एसडीआई दिवाकर कुमार दीपक से ग्रामीणों ने जानकारी मांगी। इस मौके पर आरोपी पोस्टमास्टर तुषार कुमार व उसकी मां हीरा देवी, बोड़ाम के पोस्टमास्टर समेत कई कर्मचारी मौजूद थे। एसडीआई ने जब यह बताया कि जांच के बाद पोस्टऑफिस को सील कर दिया जाएगा तो ग्रामीण भड़क गए। अपनी जमा राशि को लौटाने की मांग पर अड़ गए। वे पैसे मिलने तक वहां से किसी को नहीं जाने देने की बात कही। जानकारी पाकर जिला परिषद सदस्य गीतांजलि महतो, प्रतिनिधि माणिक महतो, मुखिया मंगल सिंह, पूर्व उप मुखिया निताई चंद्र गोराई, उप मुखिया प्रतिनिधि संजय गोराई आदि पहुंचे। इस बीच एसडीआई ने बोड़ाम थाने को सूचना दे दी। वहां से एएसआई मजीद खान दलबल के साथ पहुंचे और ग्रामीणों के साथ बैठक की। शाम 8 बजे से एक घंटे तक चली बैठक के बाद लिखित समझौता हुआ कि दो दिनों के अंदर गबन की गई राशि पीड़ितों को लौटा दी जाएगी। इसके बाद उन्हें छोड़ा गया।

जांच हुई तो बड़ा घोटाला हो सकता उजागर

इस संबंध में निताई चंद्र गोराई ने बताया कि गांव के काफी लोग मेहनत मजदूरी करते हुए अपनी गाढ़ी कमाई का कुछ हिस्सा काटकर पोस्टऑफिस पर भरोसा कर जमा करते हैं। लेकिन बिहार के भागलपुर मूल निवासी पोस्टमास्टर तुषार कुमार द्वारा गांव के लोगों के खाते से फर्जी तरीके से हस्ताक्षर एवं अंगूठे का निशान लगाकर लाखों की निकासी कर ली गई है। आरोपी ने स्वीकार किया है कि उसने विभिन्न खातों से करीब 4.42 लाख की अवैध निकासी की है। आशंका है कि गहराई से जांच करने पर बड़ा घोटाला सामने आ सकता है।