23 गोल्ड और कुल 29 मेडल… ये है ओलंपिक के इतिहास का सबसे सफल एथलीट
ओलंपिक 2024 का आयोजन पेरिस में किया जाना है। ओलंपिक इतिहास में भारत ने अब तक सिर्फ 10 गोल्ड मेडल जीते हैं, लेकिन दुनिया का एक एथलीट ऐसा भी है जिसने ओलंपिक में 23 गोल्ड मेडल अकेले जीते हैं।पेरिस ओलंपिक 26 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। इस बड़े इवेंट का इंतजार दुनियाभर के करोड़ों खेल फैंस बेसब्री के साथ कर रहे हैं। बता दें, अमेरिका के पूर्व स्विमर माइकल फेल्प्स दुनिया के सबसे सफल ओलंपियन हैं। उनके नाम इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा गोल्ड मेडल और मेडल जीतने का वर्ल्ड रिकॉर्ड है। पूर्व अमेरिकी तैराक फेल्प्स के इस रिकॉर्ड को अब तक कोई भी खिलाड़ी नहीं तोड़ सका है।
मेडल मशीन माइकल फेल्प्स
ओलिंपिक खेलों में माइकल फेल्प्स को सबसे बड़ा चैंपियन माना जाता है। ओलिंपिक खेलों में उनके नाम 23 गोल्ड, तीन सिल्वर और दो ब्रॉन्ज सहित कुल 28 मेडल हैं और जो उनके वर्चस्व साबित करने के लिए काफी है। 2016 में रियो ओलिंपिक में पांच गोल्ड सहित एक सिल्वर जीतने के बाद फेल्प्स ने तैराकी से संन्यास ले लिया था। साल 2008 बीजिंग ओलंपिक में उन्होंने 8 गोल्ड मेडल जीतने में कामयाबी हासिल की। जो एक और वर्ल्ड रिकॉर्ड था। जिसे आज तक कोई भी एथलीट नहीं तोड़ सका है। यानी किसी भी एथलीट ने एक ओलंपिक में इतने सारे गोल्ड जीतने में सफलता हासिल नहीं की है।
संन्यास लेने के बाद की थी वापसी
फेल्प्स ने 39 वर्ल्ड रिकॉर्ड (29 व्यक्तिगत, 10 रिले) बनाए हैं, जो कि FINA द्वारा मान्यता प्राप्त किसी भी अन्य स्विमर की तुलना में सबसे ज्यादा हैं। फेल्प्स 2012 ओलंपिक के बाद रिटायर हो गए थे, लेकिन उन्होंने अप्रैल 2014 में वापसी की थी। रियो डी जेनेरियो में 2016 समर ओलंपिक में, जो उनका पांचवां ओलंपिक था। उन्हें 2016 ओलंपिक परेड ऑफ नेशंस में संयुक्त राज्य अमेरिका के ध्वजवाहक के रूप में चुना गया था। इसके बाद 12 अगस्त 2016 को उन्होंने एक बार फिर संन्यास लिया।
मौत को गले लगाना चाहता था यह एथलीट
फेल्प्स ने अपनी निजी जिंदगी के बारे एक ऐसा खुलासा किया था, जिसे जानकार हर कोई हैरान रह गया था। फेल्प्स ने एक बार बताया था कि लंदन ओलंपिक (2012) में गोल्ड मेडल्स जीतने के बाद एक ऐसा दौर भी आया था, जब वह आत्महत्या करने के बारे में सोचने लगे थे। उन्होंने बताया था लंदन ओलंपिक में चार गोल्ड और दो सिल्वर मेडल जीतने के बाद उन्होंने खुद को एक कमरे में चार दिनों के लिए कैद कर लिया था। इस दौरान उन्होंने खाना तो दूर पानी तक को हाथ नहीं लगाया। वह सिर्फ आत्महत्या करना चाहते थे। फेल्प्स ने कहा कि डिप्रेशन उन पर इस कदर हावी हो गया था कि वह सिर्फ सुसाइड के बारे में ही सोचते रहते थे। गहरे डिप्रेशन के कारण वह एक जामाने में ड्रग्स और एल्कोहॉल की चपेट में भी आ गए थे।
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