7 बार सांप के काटने की बात कह विकास दुबे ने घर-घर में माहौल बना दिया, असल कहानी ये निकली!
पिछले कुछ दिनों से देश तमाम तरीकों की समस्याओं से जूझ रहा है. कभी बाढ़ से कई इलाकों के डूबने की खबरें सामने आ रही है, तो कभी लैंडस्लाइड की वजह से जानमाल के नुकसान की जानकारी आती है. इसके अलावा बेरोजगारी और क्राइम जैसी तमाम समस्याएं तो हैं ही. लेकिन इन सबके बीच एक घटना जो सबका ध्यान लगातार खींच रही थी, वो थी एक ही शख्स को बार-बार सांप काटने की खबर. वो भी कोई एक-दो बार नहीं, बल्कि सात-सात बार. अब इस कहानी में एक ट्विस्ट आया है.
दावा किया गया कि यूपी के फतेहपुर के रहने वाले विकास दुबे (Vikas Dubey) नाम के उस शख्स को सांप सिर्फ उसके घर पर ही नहीं, बल्कि रिश्तेदारों के यहां चले जाने पर भी काट ले रहा था. इस मुसीबत ने सिर्फ उस इंसान और उसके परिवार वालों को ही नहीं, बल्कि बाकी लोगों को भी परेशान कर दिया था.
खबर जिसने भी पढ़ी, सबका सिर चकरा गया. मामले पर हमारे न्यूजरूम से लेकर तमाम जगहों पर बात होने लगी कि भला ऐसा कैसे हो सकता है? मामले ने तूल पकड़ा तो सरकार ने जांच के आदेश दिए. डॉक्टर्स की टीम गठित की गई. चार दिन तक मामले की पूरी जांच-पड़ताल हुई. फिर 16 जुलाई को डॉक्टर्स की तीन सदस्यीय टीम ने रिपोर्ट DM को सौंप दी.
अब घटना की पूरी सच्चाई सामने आई है. रिपोर्ट के मुताबिक, जांच में इस बात की पुष्टि हुई है कि विकास नाम के उस शख्स को सांप ने सात बार नहीं, बल्कि सिर्फ एक बार काटा था. अब बात जब ये है तो फिर ये आदमी हर दूसरे दिन सांप काटने की बात क्यों कर रहा है? तो जांच में ये बात सामने आई है कि विकास दुबे को ‘स्नेक फोबिया’ है. उसका इलाज मानसिक रोग विशेषज्ञ से कराने की बात कही गई है.
मामला क्या था?
दरअसल, फतेहपुर जिले के मलवा थाना क्षेत्र के सौरा गांव के रहने वाले विकास दुबे के मुताबिक, 2 जून की रात 9 बजे बिस्तर से उतरते हुए उन्हें पहली बार सांप ने काटा. जिसके बाद उनके परिजनों ने जल्द ही युवक को पास के एक प्राइवेट नर्सिंग होम में भर्ती कराया. दावा किया गया इसके बाद ये सिलसिला लगातार चलने लगा और सांप ने कुल सात बार काट लिया. विकास ने इन घटनाओं को लेकर एक और बड़ा दावा किया. उन्होंने कहा कि हर बार सांप के काटने से पहले उन्हें आभास हो जाता है कि उस पर सांप हमला करने वाला है.
विकास के मुताबिक, सभी ने उन्हें सलाह दी कि कुछ दिन के लिए वो घर से दूर रहें, ताकि सांप काट ना सके. हैरान-परेशान विकास ने सबकी राय मान ली. और अपनी मौसी के घर राधानगर चले गए. लेकिन मौसी के घर पर भी सांप ने उनका पीछा नहीं छोड़ा. 28 जून को मौसी के घर पर भी सांप ने विकास को काट लिया. पर सूकून की बात ये है कि इस घटना की सच्चाई सामन आ चुकी है और इस देशव्यापी समस्या का निराकरण हो चुका है.
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