आईएएस संजीव हंस पर गिरी गाज, बिहार सरकार ने पद से हटाया
आईएएस संजीव हंस काफी दिनों से विवादों में घिरे हुए हैं और लगातार उनके ऊपर प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई चल रही है. आय से अधिक संपत्ति मामले में उनके कई ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय का छापेमारी चल रही है. हालिया दिनों में ही उनके कई ठिकानों पर छापेमाली की गई. वहीं उनके साथ बिजनेस पार्टनर को भी ईडी ने बुलाकर अपने ऑफिस में पूछताछ की, जिसमें कई राज खुले हैं।
आईएएस संजीव हंस पर गिरी गाज: इसके बाद लगातार संजीव हंस समस्याओं में घिरते चले गए. उनसे जुड़े कई लोगों से भी पूछताछ की गई और उनके दिल्ली पटना समेत ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी की गई. ईडी की कार्रवाई के बाद विवादों में घिरे ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव और अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड के संजीव हंस को सरकार ने पद से हटा दिया है।
सामान्य प्रशासन विभाग में देंगे योगदान: संजीव हंस को सामान्य प्रशासन विभाग में योगदान देने का निर्देश दिया गया है. जबकि अपर मुख्य सचिव उद्योग विभाग संदीप पाउंड्रीक को अगले आदेश तक ऊर्जा विभाग और अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक पावर होल्डिंग कंपनी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. आपको बता दें कि ईडी ने पिछले दिनों संजीव हंस के कई ठिकानो पर छापेमारी की थी और उनके द्वारा अर्जित अवैध संपत्ति का खुलासा किया था।
संदीप पौंडरिक को दिया गया प्रभार: उसके बाद उनसे जुड़े लोगों के ठिकानो पर भी छापेमारी और पूछताछ हुई थी. वहीं सीए से भी ईडी ने पूछताछ किया था. 1993 बैच के आईएएस अधिकारी संदीप पौंडरिक को ऊर्जा विभाग का अपर मुख्य सचिव और अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक बिहार स्टेट पावर होर्डिंग कंपनी लिमिटेड का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
गैंगरेप और आय से अधिक संपत्त अर्जित करने का आरोप: वहीं दुष्कर्म और अवैध संपत्ति अर्जित करने के मामले में आरोपी आईएएस अधिकारी संजीव हंस के खिलाफ ED लगातार अपनी कार्रवाई तेज कर रही है. कार्रवाई में कई अहम दस्तावेज भी मिले हैं, साथ-साथ उनके कई कारनामों का भी खुलासा हुआ है. इसके बाद बिहार सरकार ने कार्रवाई करते हुए 1997 बैच आईएएस अधिकारी संजीव हंस ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव के पद से हटा दिया है।
Discover more from Voice Of Bihar
Subscribe to get the latest posts sent to your email.