भागलपुर : यह प्रशासन का लापरवाही है और लोगों के लिए मौत का सफर, तस्वीर वही अगुवानी पुल का है। जो पिछले दो साल में तीन बार धारासाई हुई करोड़ों की लागत से बन रहे पुल में मजबूती बिलकुल भी नहीं है। तस्वीर तो भयाभव है लेकिन इनका जिम्मेदार अफसर बेशर्म लोगों की सफर यहां मौत से काम नहीं है।
लेकिन लोगों के लिए यह सफर मजबूरी भी है क्योंकि लोगों का आवागमन के लिए यह एकमात्र रास्ता सुल्तानगंज से खगड़िया को जोड़ती है समय पर अगर पुल निर्माण हो जाता तो यह तस्वीर नहीं देखने को मिलती एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी अगुबानी पुल को निर्माण करवा रही है उन पर कई बार भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे पुल धरासाई हुई इसलिए लोगों को इस पुल पर भरोसा नहीं है लेकिन ठीक उसी के बगल से नौका परिचालन हो रहा है बाकायदा नाव पर 50 लोगो के बदले उसके दोगुना 120 से ज्यादा लोगो का सवार का सफर करवाया जा रहा है।
पिछले दिनों इस खबर को दिखाने के बाद सुल्तानगंज थानेदार प्रियरंजन कूमर ने कार्रवाई करने की बात कही थी लेकिन महिनों बीत जाने के बाद भी प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की लापरवाह जिम्मेदार के लिए एक बड़ी जिमेदारी है सैकड़ो लोगों की जान खतरे में है जिसे समय रहते बचाया जा सके इधर, गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और नाव पर सवार 50 लोगों के बदले 120 से ज्यादा लोगों को सफर करवाया जा रहा है हालात तो यह है कि 120 लोग के अलावा बाढ़ पीड़ितों के समान भारी भरकम भी नाव पर लोड रहता है जिससे नाव कभी भी हादसे का शिकार हो सकता है पहले भी नाव हादसे का शिकार हो चुका है जिस पुल के बगल से नाव गुजरती है वह पुल पिछले दो साल में तीन बार धराशाई हुई अगर ऐसी ही तस्वीर कायम रही तो कभी भी सैकड़ो लोगों की जान जा सकती है
सुरक्षा दृष्टिकोण से भी बेहपरवा है नाव संचालक, अधिकारी को तो पता ही नहीं नाव पर सवार यात्रियों के लिए सुरक्षा दृष्टिकोण से किसी भी प्रकार की कोई खयाल नहीं रखा जा रहा है जिससे हादसा होने के बाद अपने आप को बचाया जा सकता है यहां तक की लाइव जैकेट और पानी से बचने के लिए कोई साधन नहीं नाव पर उपलब्ध नहीं है गंगा का जलस्तर भी बढ़ रहा है गंगा में तेज बहाव हो रहे हैं ऐसे में मुख्य धारा होकर जिस तरह से नाव गुजर रहे हैं इससे साफ अंदेशा लगाया जा सकता है कि जो कभी भी नाव हादसे का शिकार हो सकता है और सैकड़ो लोगों की जान जा सकती है
सुल्तानगंज के अंचलाधिकारी ने बताया कि इस बारे में मुझे जानकारी नहीं है हम लोग जांच करेंगे ओवरलोड और सुरक्षा मानक का ख्याल नहीं रखा जा रहा है तो हम लोग नाव पर जुर्माना करेंगे
- सुलगते सवाल
- -हर रोज हजारों यात्री मौत के बीच कर रहे हैं सफर, हादसा होने पर जिम्मेदार कौन?
- अधिकारी को पता नहीं तो क्या क्षेत्र की जानकारी नहीं रखते जिम्मेदार
- -अधिकारियों की मिली भगत का चर्चा, क्या जिम्मेदार लोगों की मौत का सौदा कर रहे हैं
- इलाके का नामी है नाव संचालक, कार्रवाई करने से इसलिए डरते हैं अधिकारी