सीवान के मैरवा में स्याही नदी पर बनेगा पुल, व्यापर होगा मजबूत, इतनी आएगी निर्माण लागत
सिवान जिले के मैरवा-प्रतापपुर सड़क मार्ग में बिहार उत्तर प्रदेश सीमा पर स्याही नदी पर जर्जर हो चुके स्क्रू पाइल पुल के स्थान पर एचएल आरसीसी ब्रिज का निर्माण शीघ्र शुरू होगा। 66.44 मीटर लंबे पुल निर्माण पर 807.99 लाख रुपये खर्च होंगे। बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड सारण (छपरा) के वरीय परियोजना अभियंता द्वारा ई निविदा के माध्यम से संवेदकों से प्रस्ताव आमंत्रित किए गए हैं।
निर्माण की स्वीकृति प्रदान कर निविदा प्रक्रिया शुरू कर दिए जाने पर स्थानीय विधायक अमरजीत कुशवाहा ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि पुल निर्माण से बिहार और उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को लाभ होगा। ज्ञात हो कि स्याही नदी पुल जर्जर होने से लोगों को हो रही परेशानी को लेकर विधायक अमरजीत कुशवाहा 2023 में ही मुख्यमंत्री से मिलकर मांग पत्र सौंपा थे।
दैनिक जागरण ने भी लगातार ‘जर्जर पुल खतरे में जान’ अभियान के तहत गत 4 से 13 जून तक लगातार स्याही पुल की स्थिति और महत्व को उजागर करते हुए लोगों की आवाज जनप्रतिनिधि और सरकार तक पहुंचाने के लिए खबर प्रकाशित की थी। तब जुलाई में पुल को नए सिरे से बनाने के लिए मापी कराई गई थी।
इसके बाद लोगों में पुल के जीर्णोद्धार की आस जगी थी। स्याही नदी पर स्क्रू पाइल पुल अंग्रेजी शासन काल में बना था। पुल का दोनों रेलिंग दो दशक पहले ही गिर चुका है। कई वाहन इस पुल से नीचे नदी में गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं। स्याही नदी पुल के पुनर्निर्माण की मांग को लेकर कई बार धरना-प्रदर्शन भी किए जा चुके हैं। जुलाई में ही ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा इस पुल को नए सिरे से बनाने के लिए मापी कराई गई थी। इसके बाद स्थानीय लोगों में इस पुल के जीर्णोद्धार की उम्मीद जग गई।
स्याही पुल बिहार और उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों के लिए व्यावसायिक दृष्टि से भी काफी महत्व है। उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्र की सब्जियां बेचने के लिए मैरवा सब्जी मंडी में प्रतिदिन लाई जाती है। वहीं, बिहार के सीमावर्ती क्षेत्र मैरवा, गुठनी, दरौली का गन्ना उत्तर प्रदेश के प्रतापपुर शुगर मिल किसान लेकर जाते हैं इसलिए यह पुल अपने आम में विशेष महत्वपूर्ण है।
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