यूपी के वाराणसी जंक्शन रेलवे स्टेशन पर जीआरपी ने एक युवक को 50 लाख रुपये के नकदी ते साथ पकड़ा। पैसों से जुड़े कागजात नहीं दिखा सका। उसके पिट्ठू बैग में 500 रुपयों की 100 गड्डियां थीं। साथ ही उसके पास से डाउन दून एक्सप्रेस का एसी-3 कोच का टिकट भी मिला। बरामद रुपये मुंबई के एक सराफा कारोबारी के बताए जा रहे हैं। जीआरपी थाने पर आयकर अधिकारी और आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) के सदस्य भी पहुंच गए। प्रथमदृष्टया जांच में बरामद रुपयों के ब्लैकमनी होने की बात कही जा रही है।
जीआरपी के सीओ कुंवर प्रभात सिंह ने रविवार को पत्रकारों को बताया कि प्रभारी निरीक्षक हेमंत सिंह के नेतृत्व में टीम प्लेटफॉर्म नंबर नौ पर संदिग्ध लोगों और वस्तुओं की जांच कर रही थी। इसी दौरान नए फुट ओवरब्रिज के पास खड़े एक युवक के बैग की तलाशी ली गई। जिसमें से 50 लाख रुपये नकदी मिले।
पूछताछ में मिदनापुर (पश्चिम बंगाल) निवासी गोविंदा पाइक ने बताया कि वह मुंबई के सराफा कारोबारी विकास सामंता की दुकान पर काम करता है। उनका पैसा लेकर वह श्रीरामपुर (पश्चिम बंगाल) जा रहा है। हालांकि वह पैसों से जुड़ा कोई वैध कागज नहीं दिखा सका। जिस कारण उसे हिरासत में लेकर थाने लाया गया।
यहां पूछताछ में गोविंदा ने बताया कि शनिवार को मैदागिन पर उसे अमर सांत्रा नामक व्यक्ति ने रुपयों से भरा बैग दिया। उसने बताया कि यह पैसा बनारस के सराफा कारोबारियों से तगादे के रूप में वसूला गया था। जिसे श्रीरामपुर से आगे स्थित बाली नामक जगह पर किसी व्यक्ति को देना था। रविवार को आयकर विभाग और एटीएस टीम भी पहुंच गई। रुपयों को बैंक में जमा करा दिया गया, जबकि लिखापढ़ी करने के बाद गोविंदा को छोड़ दिया गया।