कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि पटना में जल्द ही एपेडा (कृषि और प्रसंकृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण) का कार्यालय खुलेगा। इसके लिए तेजी से काम किए जा रहे हैं।मंत्री ने कहा कि इस फैसले से राज्य में मखाना, लीची, आम सहित फल और सब्जी उत्पादक किसानों को काफी लाभ होगा। विदेशों में मखाना सहित कृषि उत्पादों के निर्यात में आसानी होगी।
शनिवार को वे ज्ञान भवन में दो दिवसीय मखाना महोत्सव को संबोधित कर रहे थे। मंत्री ने कहा कि राज्य में मखाना की खेती का क्षेत्रफल 36 हजार से बढ़ा कर 60 हजार हेक्टेयर करना है। मखाना उत्पादक किसानों की संख्या 25 हजार से 50 तक बढ़ना चाहिए। विदेश व्यापार महानिदेशालय के एडीजी आरके मिश्रा ने कहा कि मुम्बई सहित देश के बड़े शहरों और विदेशों में मखाना की खूब डिमांड है। कृषि निदेशक मुकेश कुमार लाल ने कहा कि मखाना की खेती से किसानों को प्रति हेक्टेयर 75 हजार लाभ मिल रहा है।
खेतों से मखाना निकालने से लेकर लावा का डेमो कॉफ्फेड के एमडी ऋषिकेश कश्यप ने लोगों को खेतों में मखाना उत्पाद से लेकर प्रोसेसिंग तक की जानकारी डेमो के माध्यम से दी।