सिविल कोर्ट के जज पर 5 साल से अधिक समय तक बलात्कार करने का आरोप, जानें चौंकाने वाला मामला

Minor Rape

राजस्थान के दौसा में एक 30 वर्षीय महिला ने रविवार को अजमेर सिविल कोर्ट के एक जज पर पांच साल से अधिक समय तक उसके साथ बलात्कार करने का आरोप लगाया है। वहीं, कुछ दिन पहले ही आरोपी जज ने शिकायतकर्ता महिला के खिलाफ हनीट्रैप और ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया था। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। महिला और जज 5 साल से एक दूसरे को जानते हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दौसा के महिला थाने में एक महिला द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में उसने जज पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है।

दौसा के एक पुलिस अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि महिला का आरोप है कि जज ने शादी का झांसा देकर 2019 से उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए, लेकिन अब उसने शादी करने से इनकार कर दिया और अजमेर में उसके खिलाफ झूठी एफआईआर भी दर्ज करा दी। पुलिस के अनुसार, श्रीगंगानगर जिले के रायसिंहनगर में लोअर डिवीजन क्लर्क (एलडीसी) के पद पर कार्यरत महिला की आरोपी जज से 5 साल पहले दौसा में मुलाकात हुई थी। जहां वे दोनों 2019 में दौसा में राजस्थान न्यायिक सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे थे।

अजमेर उत्तर सीओ रुद्र प्रकाश शर्मा ने बताया, ”हालांकि, जज ने 16 जून को महिला के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उसने 2019 में एक दिन जबरन शारीरिक संबंध बनाए और उसका वीडियो भी रिकॉर्ड कर लिया। इसके बाद उस महिला ने उन्हें उसके साथ शादी करने या 50 लाख रुपये कीमत का फ्लैट देने के लिए ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया।”

जज की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में यह भी आरोप लगाया गया है कि महिला द्वारा उनका लगातार मानसिक शोषण किए जाने के कारण उन्होंने कई बार आत्महत्या करने का भी प्रयास किया। एफआईआर में कहा गया है, “अजमेर आने के बावजूद, महिला और उसके परिवार ने मुझे ब्लैकमेल करना बंद नहीं किया। वे पिछले कुछ सालों में मुझसे करीब 330,000 रुपये ले चुके थे और शादी करने के लिए भी मजबूर कर रहे थे। उन्होंने यह भी कहा था कि अगर मैंने उससे शादी करने से इनकार किया तो वो मेरे खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज करा देंगे।”

जज की शिकायत पर अजमेर सिविल लाइंस थाने में महिला और उसके सात परिजनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 384 (जबरन वसूली), 385, 504 (ब्लैकमेल) और 509 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। हालांकि, महिला ने भी जज के खिलाफ एक अलग शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि जज मीणा शादी का झांसा देकर 2019 से उसके साथ बलात्कार कर रहे थे। महिला की शिकायत पर दौसा महिला थाने में जज के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 (बलात्कार) के तहत मामला दर्ज किया गया है। दौसा महिला थाने के एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “हालांकि, हम जांच कर रहे हैं कि किसका आरोप सही है। महिला का मेडिकल कराया गया है। आगे की जांच जारी है।”

Rajkumar Raju: 5 years of news editing experience in VOB.
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