बिहार के कैमूर में पिता-पुत्र को सांप ने डस लिया. दोनों बेड पर सो रहे थे. तभी सांप बिस्तर में घुस गया और सोते वक्त दब जाने से बौखलाए सांप ने दोनों को डस लिया. सांप जहरीला जरूर था लेकिन अंधविश्वास और झाड़फूंक के चक्कर में दोनों की जान चली गई. मृतक रामगढ़ निवासी प्यारेलाल धोबी और उसका बेटा छोटू धोबी (13 वर्ष) था.
पिता पुत्र को जहरीले सांप ने डसा : मृतक के परिजनों ने बताया कि रात में खाना खाने के बाद दानों पिता पुत्र बेड पर सोए हुए थे. तभी ही करीब दो बजे दोनों बाप बेटे को अचानक विषैले सांप ने डस लिया. जिसके बाद उन दोनों के द्वारा परिजनों को बताया गया. घटना के बाद प्रथम दृष्टि से परिजनों द्वारा गाजीपुर जिला स्थित अमवा के सती माई के पास ले जाया गया. जहां कई घंटे तक झाड़फूंक चली.
झाड़फूंक के चक्कर में गई दोनों की जान : झाड़फूंक के दौरान ही पिता पुत्र ने दम तोड़ दिया. जिसके बाद वहां के पुजारी द्वारा बताया जाता है कि दोनों की मौत हो गई है, आप लोग इन्हें ले जाइए. घटना के बाद शव गांव पहुंचते ही परिजनों में मातमी सन्नाटा फैल गया. सूचना पर पहुंची रामगढ़ थाना की पुलिस ने शवों का पंचनामा करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भभुआ सदर अस्पताल में भेज दिया है. जहां मृतक के परिजनों ने सरकारी मुआवजा की मांग किया है.
‘सांप काटे तो समय पर पहुंचे अस्पताल’ : जिसपर जानकारी देते हुए भभुआ सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह ने बताया कि सांप के काटने से बाप बेटा की मौत हो गई है. अगर सही समय पर परिजन अस्पताल ले आते तो दोनों की जान बच सकती थी. क्यूंकि जिला के सभी पीएचसी और अस्पतालों में एंटी स्नेक वायरस का इंजेक्शन रखा हुआ है.
”पिता-पुत्र की मौत न होती अगर इन्हें समय पर अस्पताल पहुंचाया जाता. सभी अस्पतालों में एंटी वेनम इंजक्शन रखे हुए हैं. हमारी अपील है कि अगर किसी को जहरीला सांप या अन्य जीव काट लेता है तो अंधविश्वास में ना पढ़कर उन्हें तुरंत अपने नजदीकी के अस्पताल ले जाएं, ताकि उनकी जान बचाई जा सके.”- डॉ विनोद कुमार सिंह, उपाधीक्षक, सदर अस्पताल, भभुआ