बिहार के नवादा मंडल कारा में एक विचारधीन महिला बंदी की मौत हो गई है. महिला अपने बहू की हत्या के आरोप में जेल में बंद थी. उसे शुगर की बीमारी थी. गुरुवार को उसकी तबीयत जेल में ही बिगड़ने लगी. उसकी स्थिति को देखते हुए शुरुआती दौर में उसका इलाज जेल में डॉक्टरों के द्वारा किया गया. उसके बाद बेहतर इलाज के लिए डॉक्टर ने उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया. सदर अस्पताल पहुंचने के बाद महिला बंदी ने दम तोड़ दिया।
नवादा में महिला कैदी की मौत: मृतक महिला बंदी की पहचान रजौली थाना क्षेत्र के अंबातारी गांव के किशुन प्रसाद यादव की 61 वर्षीय धनमा देवी के रूप में हुई है. जेल अधीक्षक अजीत कुमार ने बताया कि महिला बंदी को गंभीर शुगर की बीमारी थी. उन्होंने बताया कि 24 अप्रैल 2024 को महिला बंदी अपने बहू की हत्या के आरोप में जेल आई थी. फिलहाल इस घटना के बाद महिला बंदी के परिजनों को इसकी जानकारी दे दी गई है. पति-पत्नी दोनों दहेज उत्पीड़न के मामले में जेल में बंद है।
“अस्पताल आने से पूर्व महिला बंदी की मौत हो चुकी थी. वह लंबे समय से डायबिटीज की मरीज थी. हार्ट अटैक से मौत होने की संभावना है. हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि उसकी मौत कैसे हुई है.” -डॉक्टर एसडी अय्यर, उपाधीक्षक, सदर अस्पताल
महिला कैदी को थी शुगर की बीमारी: सदर अस्पताल आने से पहले मृतक महिला ने अपने पति से जेल में मुलाकात की थी. जहां पति ने अपनी पत्नी की तबीयत के बारे में पूछताछ की. भोजन क्या किया इसके बारे में पूछा था. मौत की जानकारी जिला अधिकारी व पुलिस कप्तान सहित वरीय अधिकारी को दे दी गई है. वहीं शव के पोस्टमार्टम को करने के लिए पुलिस अभिरक्षा में पटना भेजा जा रहा है।