दुर्गापूजा के दौरान आदमपुर में श्रद्धालु इस बार पश्चिम बंगाल का जोहरा काली मंदिर का पंडाल देखेंगे। पंडाल का निर्माण बंगाल के कलाकार वासु दा की टीम कर रही है। पिछले साल भी बंगाल के एक मंदिर की झलक दिखायी गयी थी। इस बार मां की प्रतिमा दस फीट की होगी। जिसका निर्माण अंबे के मूर्तिकार ललित पंडित कर रहे हैं। मंदिर में 1968 से मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की जा रही है। पहली बार पंडित राजेश्वर झा ने पूजा-अर्चना की थी।
चौथी पीढ़ी के सुनील झा करायेंगे पूजा आदमपुर स्थित मां दुर्गा मंदिर में चौथी पीढ़ी के पंडित सुनील झा पूजा-अर्चना करायेंगे। सुनील ने बताया कि पहली बार उनके परदादा पंडित राजेश्वर झा ने पूजा-अर्चना करायी थी। उसके बाद उनके दादा पंडित बैद्यनाथ झा, चाचा जी पंडित शंकर झा व अब वो खुद पूजा कराते हैं। सचिव ने बताया कि मंदिर में बुजुर्गों को किसी तरह की पूजा में कठिनाई नहीं हो, इसके लिए समिति के सदस्य उनकी मदद करेंगे। पूजा के दौरान दुर्गासप्तशती का पाठ होगा। यहां की लाइट व सजावट खास होगी।
प्रो. आनंद मिश्रा अध्यक्ष तो सतीश उपाध्यक्ष
आदमपुर दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष प्रो. आनंद मिश्रा तो उपाध्यक्ष सतीश सिंह है। सचिव गुड्डू दुबे, कोषाध्यक्ष निरूपम भारती, मेढ़पति विधानंद झा के अलावा राजेश साह, मनोज मंडल, धनश्याम पासवान, ग्लूकोज पासवान, मुकुल सिंह, मनोज जयसवाल आदि कमेटी में शामिल हैं। इसके अलावा अन्य कई लोग पूजा में सहयोग करते हैं।
आदमपुर दुर्गा मंदिर में नहीं पड़ती है बलि
पूजा समिति के सचिव पूर्व वार्ड पार्षद गुड्डू दुबे ने बताया कि यहां मन्नतें मांगने के लिए श्रद्धालु दूर-दराज से आते हैं लेकिन यहां बलि नहीं दी जाती है। अष्टमी व नवमी को खोइंछा चढ़ाने के लिए महिलाओं की भीड़ उमड़ती है। इस बार मां को अष्टमी के दिन पुलाव, नवमी को खिचड़ी व दशमी को दही-चूड़ा व हलवा का भोग लगाया जायेगा।
जोर-शोर से चल रहा है पंडाल निर्माण का काम
आदमपुर में दुर्गा पूजा को लेकर पंडाल निर्माण का काम तेजी से चल रहा है। पंडाल निर्माण के कारण यहां रोजाना लगने वाली सब्जी मंडी को घाट रोड में शिफ्ट कर दिया गया है। पंडाल के निर्माण को लेकर कारीगर जोर-शोर से लगे हैं। पूजा समिति के सदस्यों ने बताया कि जल्द ही पंडाल बनकर तैयार हो जाएगा।