भागलपुर: मंदरोजा स्थित मां दुर्गा मंदिर में इस दुर्गा पूजा वृन्दावन के चन्द्रोदय मंदिर की झलक दिखाई देगी।यहां दूर-दराज से लोग मन्नत मांगने पहुंचते हैं। अष्टमी व नवमी के दिन यहां श्रद्धालु खोइंछा चढ़ाते हैं। कार्यकारी अध्यक्ष उदय सिंह चौहान व सचिव सचिव डॉ. राकेश साह ने बताया कि इस बार वृन्दावन के एक मंदिर की आकृति बनायी जा रही है।
कुंवारी कन्या को कराया जायेगा प्रसाद ग्रहण
मंदिर में मां दुर्गा को सप्तमी से दशमी तक अलग-अलग तरह का भोग लगाया जायेगा। सचिव डॉ. राकेश साह ने बताया कि सप्तमी को हलुआ और अष्टमी को खीर का भोग लगेगा। नवमी को कुंवारी कन्या व श्रद्धालुओं को मंदिर में बिठाकर प्रसाद ग्रहण कराया जायेगा। जबकि दशमी के दिन खिचड़ी का भोग लगाया जायेगा। पंडित विनोद कुमार मिश्रा, ललन मिश्रा आदि के द्वारा पूजा कराया जायेगा।
बुजुर्गों को पूजा कराने की अलग व्यवस्था
नवरात्र में बुजुर्गों को पूजा कराने के लिए अलग व्यवस्था की गयी है। राकेश ने बताया कि मंदिर कमेटी के द्वारा बुजुर्गों को सम्मान देने के उद्देश्य से उनके पूजा कराने की अलग व्यवस्था की जायेगी।
नरगा का मूर्तिकार बना रहे प्रतिमा
कार्यकारी अध्यक्ष उदय सिंह चौहान ने बताया कि मां दुर्गा की प्रतिमा नरगा के मूर्तिकार बना रहे हैं। इससे पहले रामसर के मूर्तिकार पृथ्वी के द्वारा प्रतिमा तैयार करायी जाती है।
नरेश अध्यक्ष तो राकेश सचिव बनाए गए
मंदरोजा दुर्गा मंदिर के अध्यक्ष अधिवक्ता नरेश प्रसाद सिंह व सचिव डॉ. राकेश साह हैं। कार्यकारी अध्यक्ष उदय सिंह चौहान, संरक्षक प्रकाश चंद्र गुप्ता और सह संरक्षक गोपाल पांडे हैं। संयुक्त सचिव अनिल रजक, मेढ़पति रोहित रजक, उपाध्यक्ष निर्मल सिंह, प्रदीप सिंह व रिंटू सिंह चंद्रवंशी, अशोक सिंह, उपमेढ़पति राहुल कुमार सिंह, अंकेक्षक सुनील चौधरी, कार्यालय महामंत्री गौतम सिंह, हिमांशु शेखर सिंह, प्रतिमा विसर्जन प्रभारी छोटू सिंह, सुमित सिंह, स्थान पुजारी विनोद कुमार मिश्रा आदि कमेटी में शामिल हैं।