भगवान बुद्ध की ज्ञान भूमि बोधगया में आज उनकी 2568वीं जयंती पर भव्य शोभा यात्रा निकाली गई. यह शोभायात्रा 80 फीट विशाल भगवान बुद्ध मूर्ति के पास से निकली, जो कई सड़क मार्ग से होते हुए विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर तक पहुंची. शोभायात्रा में देश-विदेश के हजारों श्रद्धालु शामिल हुए, जो बुद्धम शरणम गच्छामि का जयघोष करते हुए चल रहे थे. कई श्रद्धालुओं ने हाथों में पंचशील ध्वज ले रखा था. इस शोभायात्रा को देखने के लिए सड़क के दोनों ओर लोगों की भीड़ लग गई।
मनाई जा रही है त्रिविध जयंती: शोभायात्रा में शामिल बौद्ध भिक्षु भंते आर्यपाल ने बताया कि आज भगवान बुद्ध की 2568वीं जयंती मनाई जा रही है. साथ ही इसे हमलोग त्रिविद्ध जयंती के रूप में मनाते हैं, क्योंकि आज वैशाख पूर्णिमा के दिन ही भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था. आज ही के दिन उन्हें बोधगया में ज्ञान की प्राप्ति हुई थी और आज ही के दिन उनका महापरिनिर्वाण हुआ था. किसी भी शख्स के साथ इस तरह की तीनों घटनाएं एक दिन नहीं होती. इसलिए आज हमलोग त्रिविध जयंती मना रहे हैं।
“भगवान बुद्ध से प्रार्थना कर रहे हैं की विश्व शांति हो और मानवता का कल्याण हो. शोभा यात्रा में श्रीलंका, थाईलैंड, कंबोडिया, तिब्बत, म्यांमार, वियतनाम, भूटान सहित कई देशों के श्रद्धालु शामिल हुए हैं.”- भंते आर्यपाल, बौद्ध भिक्षु
बुद्ध पूर्णिमा के दिन विशेष पूजा अर्चना: बता दें कि बोधगया में बुद्ध पूर्णिमा के दिन विशेष पूजा अर्चना होती है. जिसमें दुनिया भर से आए बौद्ध श्रद्धालु शामिल होते हैं. भगवान बुद्ध ने बोधगया से विश्व को शांति का संदेश दिया था. इस तरह बोधगया का महाबोधि मंदिर अंतर्राष्ट्रीय धरोहर का एक खास हिस्सा है. बुद्ध पूर्णिमा को लेकर महाबोधि मंदिर को सजाया गया है।