एक महीने पहले भारतीय खिलाड़ी का करियर खत्म होने की थी चर्चा, अब 3 मैचों में दो लगाकर फिर ठोकी दावेदारी

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भारतीय क्रिकेट टीम के एक बड़े खिलाड़ी के करियर को लेकर पिछले महीने काफी चर्चा हो रही थी। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में फ्लॉप होने के बाद उन्हें टीम इंडिया से बाहर भी कर दिया गया था। उसके बाद वेस्टइंडीज के दौरे पर उन्हें नहीं चुना गया, जिसके बाद कहा जाने लगा था कि इस खिलाड़ी के 13 साल लंबे करियर पर अब शायद ब्रेक लग गया है। पर एक बार फिर से उस खिलाड़ी ने अपनी वापसी की दावेदारी ठोक दी है। टीम इंडिया के इस अनुभवी खिलाड़ी ने पिछले 3 मैचों में दो शतक लगाकर फिर से सेलेक्टर्स का ध्यान अपनी ओर खींचा है।

दरअसल हम बात कर रहे हैं भारतीय टेस्ट टीम के स्टार बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा की, जिन्होंने इंग्लैंड के रॉयल लंदन कप में शानदार बल्लेबाजी की है। पुजारा ने इंग्लैंड के इस डोमेस्टिक वनडे कप में 3 में से दो मैचों में शतक लगाकर सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है। उन्हें WTC फाइनल के बाद से टीम इंडिया से बाहर कर दिया गया था। यह भी अटकलें लग रही थीं कि शायद अब वह टीम में लौट ना पाएं। पर यह पुजारा हैं, जिन्हें वापसी करना आता है। पिछले साल भी उनके साथ कुछ ऐसा ही हो रहा था। फिर इंग्लैंड काउंटी में उनके जबरदस्त फॉर्म को सेलेक्टर्स भी नहीं नजरअंदाज कर पाए और उनकी दोबारा टीम में वापसी हुई थी।

पुजारा ने 3 मैचों में जड़े दो शतक

आपको बता दें कि चेतेश्वर पुजारा इस टूर्नामेंट में ससेक्स की टीम का हिस्सा हैं। शुक्रवार को समरसेट के खिलाफ हुए मुकाबले में उन्होंने 117 रनों की नाबाद पारी खेली और टीम को जीत भी दिलाई। समरसेट ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 319 रनों का लक्ष्य रखा था। इस टार्गेट को ससेक्स ने पुजारा की शतकीय पारी की बदौलत 11 गेंद शेष रहते हुए 6 विकेट खोकर ही हासिल कर लिया। टूर्नामेंट में पहले तीन मैच हारने के बाद ससेक्स की यह पहली जीत थी। पुजारा की बात करें तो इससे पहले नॉर्थैम्पटनशायर के खिलाफ भी उन्होंने नाबाद 106 रन बनाए थे। पुजारा ने अभी तक इस टूर्नामेंट के चार मैचों में 23, 106 नाबाद, 56 और नाबाद 117 रनों की पारियां खेली हैं।

चेतेश्वर पुजारा का ग्राफ गिरा

चेतेश्वर पुजारा साल 2010 से टीम इंडिया का हिस्सा हैं। लंबे समय तक उन्होंने भारतीय मध्यक्रम की जिम्मेदारी को संभाला है। राहुल द्रविड़ के बाद उन्होंने नंबर 3 की भूमिका बखूबी निभाई। लेकिन पिछले कुछ सालों में उनका ग्राफ गिरा और उनका प्रदर्शन नीचे जाने लगा। उन्होंने जनवरी 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में 193 रनों की पारी खेली थी। उसके बाद दिसंबर 2022 में बांग्लादेश के खिलाफ उन्होंने नाबाद 102 रन बनाए। इसके अलावा इस साढ़े चार साल से ज्यादा के अंतराल में उनके बल्ले से कोई शतक नहीं निकला। पुजारा के नाम 103 टेस्ट मैचों में 7195 रन दर्ज हैं जिसमें 19 शतक और 35 अर्धशतक शामिल हैं। उनका टेस्ट औसत 43 से अधिक का है। साल 2010 से 2019 तक पुजारा ने हर साल करीब औसतन 46 के एवरेज से रन बनाए थे। लेकिन उसके बाद से 2023 तक उनका औसत सिर्फ 29 का रहा है।

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