पटना। साइबर अपराधियों के निशाने पर अब वैसे लोग हैं, जो शेयर ट्रेडिंग में निवेश कर मुनाफा का सपना देख रहे हैं। इसका फायदा उठाकर साइबर ठग हर दिन किसी न किसी को निशाने पर ले रहे हैं और उनसे लाखों रूपय की ठगी कर रहे हैं। इस बार शास्त्रीनगर के रहने वाले एक सेवानिवत्त इंस्पेक्टर ठगों के जाल में फंस गए।
ठगों ने नामी कंपनी का फर्जी वेबसाइट बनाकर उन्हें जाल में फंसाया और वह एक महीने में विभिन्न स्टाक के खरीदारी में 1.25 करोड़ रूपये निवेश कर दिए। जब उन्हें ठगी का एहसास हुआ तब उन्होंने साइबर सेल में आनलाइन शिकायत किया और फिर साइबर थाने के दो मोबाइल नंबर धारकों के खिलाफ केस किया। साइबर थाने की पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मुनाफा के चक्कर में गंवाए 34.45 लाख रूपये
शास्त्रीनगर निवासी युवक के पास वाट्सएप पर एक अंजान नंबर से मैसेज के साथ साथ में लिंक भेजा गया था। कंपनी के नाम से भेजे गए मैसेज में बताया गया कि इसमें प्रोडेक्ट खरीदने से एक महीने में तीन गुना रिटर्न मिलेगा। एक वाट्सएप ग्रुप भी बना हुआ था। उसमें संजय कुमार के नंबर को जोड़ा गया। ग्रुप में एक हजार से ज्यादा लोग जुड़े थे। सभी लोग सामान खरीद रहे थे।
यह देखकर उन्होंने भी सामान खरीदारी शुरू कर दी और पत्नी से भी खरीदारी करवाया। शुरू में कंपनी मुनाफा दिया। दस दिनों बाद अचानक वह एप बंद हो गया। पीड़ित उस एप के जरिए 2.11 लाख रूपये निवेश किया था। जब उन्हें ठगी का एहसास हुआ तब साइबर थाने में इसकी केस किए। इसी तरह नालंदा निवासी सुहानी से शेयर ट्रेडिंग में ज्यादा मुनाफा का लालच देकर 1.19 लाख रुपये की ठगी कर ली गई।
अगमकुआं निवासी युवक के मोबाइल पर एक लिंक आया, जिस पर उन्होंने क्लिक किया। कुछ देर बाद उनके दो बैंक खाता से 4.10 लाख रूपये कट गया। उन्होंने साइबर थाने में केस किया है। इसी दीघा के युवक के दो बैंक खाता से 9.10 लाख रूपये दूसरे के खाते में ट्रांसफर कर दिया। इसी तरह दो नामी कंपनियों के बीच करार होने की झूठी कहानी सुनाकर ठगों ने बिहटा के एक युवक को रूपये निवेश कर मुनाफा कमाने का सपना दिखाया और उनसे 18 लाख रुपये की ठगी कर ली है।
पेट्रोल पंप खुलवाने के नाम पर 12.75 लाख की ठगी
पेट्रोल पंप डीलर चयन के लिए आनलाइन अप्लाई करना बाढ़ के एक युवक को महंगा पड़ गया। ठगों ने उन्हें फोन कर मुंबई हेड आफिस से अधिकारी बताकर फोन किया। बोला कि नाम और लोकेशन वाट्सएप पर भेजिए। बीपीसीएल में पेट्रोल पंप खोलने के लिए आपका नाम चयनित हुआ है।
इसके बाद ठग उनसे बातचीत करते हुए अलग अलग दस्तावेज मांगते रहे। रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर 25 हजार लिया और फिर अन्य मद में रूपये मांगते रहे। इस तरह ठगों ने उनसे 12 लाख 75 हजार रूपये की ठगी कर ली। इसके बाद ठगों ने अपना नंबर बंद कर दिया। इसके बाद उन्होंने साइबर थाने में केस किया।