बिहार की सीमा से लगनेवाले पश्चिम बंगाल के विलायतीबारी में उग्र लोगों ने किशनगंज पुलिस पर उस समय हमला कर दिया जब पुलिस की टीम मक्का लूट के एक आरोपी को गिरफ्तार कर किशनगंज ला रही थी. इस घटना में तीन पुलिसकर्मी घायल हो गये. बाद में पुलिस टीम ने हवाई फायरिंग कर भीड़ को तितर-बितर किया।
मक्का लूट के आरोपी को पकड़ने गई थी पुलिसः जानकारी के मुताबिक मक्का लूट के आरोपी की तलाश में बिहार की सीमा से सटे पश्चिम बंगाल के विलायतीबारी में छापेमारी की. पुलिस ने आरोपी को जैसे ही हिरासत में लिया, उसे छुड़ाने के लिए कुछ लोगों ने टीम पर हमला कर दिया।
हमले में तीन पुलिसवाले, दो ग्रामीण घायलः लोगों ने आरोपी को छुड़ाने के लिए पुलिस की गाड़ी को भी निशाना बनाया. ग्रामीणों के इस हमले में किशनगंज सदर थानाध्यक्ष संदीप कुमार, प्रोबेशनर अवन निरीक्षक अंकित कुमार और तकनीकी सेल के इरफान घायल हो गये. वहीं इस घटना में दो ग्रामीणों के घायल होने की भी खबर है।
स्थानीय पुलिस को सूचना नहीं देने का आरोपः इस बीच पश्चिम बंगाल की पुलिस ने बिहार पुलिस पर आरोप लगाया है कि पुलिस ने बंगाल की सीमा में घुसकर कार्रवाई की लेकिन स्थानीय पुलिस को इसकी जानकारी नहीं दी. दालकोला के एसडीपीओ रतींद्र नाथ विश्वाश ने कहा कि “किशनगंज पुलिस को बंगाल पुलिस को सूचना देनी चाहिए थी. घटना की जांच की जा रही है.”
14 मई को हुई थी लूट: जानकारी के मुताबिक 14 मई को किशनगंज के गाछपाड़ा के पास अपराधियों ने ट्रैक्टर पर लदा हुआ मक्का लूट लिया था. जिसके बाद पुलिस लूट के आरोपियों की तलाश में जुटी थी. इस दौरान पुलिस को एक आरोपी के बारे में सूचना मिली थी. जिसका पीछा करते हुए पुलिस पश्चिम बंगाल के विलायातीबारी पहुंची थी।
2021 की भयावह यादें हो गयीं ताजाः जिस तरह से बंगाल में पुलिस पर हमला हुआ, 10 अप्रैल 2021 की भयावह यादें ताजा हो गयीं जब किशनगंज टाउन के तत्कालीन थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार को पश्चिम बंगाल के पंजीपारा के पांतापारा गांव में भीड़ ने पीट-पीटकर मार दिया था. अश्विनी कुमार अपनी टीम के साथ बाइक चोरी के एक आरोपी को गिरफ्तार करने गये थे।