विक्रमशिला सेतु की सेहत जांचने जल्द विशेषज्ञों की टीम भागलपुर आएगी। विक्रमशिला सेतु की सड़क में दो पिलर के बीच एक्सपेंशन गैप में दूरी बढ़ गई है। साथ ही दाएं के मुकाबले सेतु का बायां हिस्सा आंशिक झुका हुआ दिख रहा है। इसको लेकर एनएच के कार्यपालक अभियंता ने काफी पहले मुख्यालय का ध्यान आकृष्ट कराया था। अब डीएम ने पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव (एसीएस) को पत्र लिखा है। ताकि अभियंताओं की विशेषज्ञ टीम यहां आकर जांच कर सके कि गैप की सही वजह क्या है?
विभागीय अभियंताओं का कहना है कि भागलपुर से नवगछिया जाने के क्रम में अधिकतर ट्रक, लोडर, हाईवा, टैंकर आदि लोड रहते हैं। इस वजह से बाएं साइड अधिक वजन पड़ना दाएं के मुकाबले स्वाभाविक है। संभव है कि बियरिंग या कार्बन प्लेट दब गया हो। वर्ष 2016 में बरारी तरफ से चौथे व पांचवें पाए के स्पेन के दरार में कार्बन प्लेट चिपकाया गया था। एजेंसी ने इसकी समय-समय पर जांच कराने को कहा था। ताकि पुल को कोई नुकसान नहीं हो।
20 किमी से अधिक रफ्तार में न चलाएं गाड़ी
कार्यपालक अभियंता ब्रजनंदन कुमार ने बताया कि बरारी साइड से तीन पिलर 2-3, 3-4 और 4-5 के सस्पेंशन स्पाइन में ही शक लग रहा है। यहां तेज गति से ओवरलोड ट्रक का जब अचानक ब्रेक लगता है, तब गैप बढ़ता दिखता है। चालकों से गुजारिश है कि वे पुल पर अधिकतम 20 किमी की स्पीड में गाड़ी चलाएं।