हत्याकांड की रंजिश में युवक की गोली मारकर हत्या, दो साल पहले मुख्य आरोपी के पिता की हुई थी हत्या

IMG 8576

बताया जाता है कि पुरानी रंजिश में इस घटना को अंजाम दिया गया. घटना से आक्रोशित मृतक के परिजनों ने आरोपियों के घर पर तोड़फोड़ एवं आगजनी की. बताया जाता है कि चार घरों को क्षति पहुंचायी गयी है. इस घटना के बाद पूरे गांव में तनाव का माहौल है.

क्या है घटनाः मृतक का नाम धर्मवीर पासवान है. शनिवार 28 दिसंबर की सुबह अपने घर के बाहर बैठा हुआ था. उसी वक्त बाइक पर सवार हथियारबंद अपराधी आए और ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे. इस घटना में मौके पर ही धर्मवीर की मौत हो गई. उसे पांच गोली लगी थी. मृतक की मां ने बताया कि वो लोग शराब बनाने वालों का विरोध करते रहे हैं. इस वजह से गांव के दबंग जाति के लोग नाराज थे.

क्या है विवादः धनरूआ थाना क्षेत्र के वीर बाजार में 2 साल पहले जन वितरण दुकानदार खुबल यादव की हत्या कर दी गई थी. इसमें धर्मवीर पासवान के पिता को नामजद किया गया था. एक साल पहले बीमारी से धर्मवीर पासवान के पिता की मौत हो गयी थी. इसी अदावत में शनिवार को खूनी खेल खेला गया. खुबल यादव के बेटे चुन्नू यादव ने कथित रूप से पिता की हत्या का बदला लिया. चुन्नू यादव दो महीना पहले जेल से छूट कर आया था.

सात नामजदः मृतक धर्मवीर पासवान के बड़े भाई राजू पासवान ने 7 लोगों के खिलाफ प्राथमिक दर्ज कराई है. इसमें खुबल यादव के बेटे चुन्नू कुमार, चंदन कुमार, सोहराई यादव के अलावा राजकुमार यादव, कारू यादव, राहुल यादव और दीपक यादव शामिल हैं. बताया जाता है कि ये सभी गोतिया में है. फिलहाल सभी सभी आरोपी फरार हैं. पुलिस इनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.

शव उठाने का विरोधः घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. लोग, शव उठाने का विरोध कर रहे थे. पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया. घंटों हो हंगामा के दौरान कई जगहों पर धान की पुंज में आग लगा दी गयी. घंटों अफरा तफरी मची रही. बाद में पुलिस किसी तरह से शव को अपने कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कन्हैया कुमार ने बताया कि पुरानी रंजिश में हत्या होने की खबर है.

“धनरूआ थाना क्षेत्र के जौदीचक गांव में एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. पुरानी रंजिश की बात सामने आ रही है. विभिन्न बिंदुओं पर जांच पड़ताल चल रही है.”– कन्हैया कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (2)