बिहार के मुंगेर से एक सनसनीखेज खबर निकल कर सामने आ रही है। जहां मवेशी का चारा लाने जा रहे युवक की नाव पलटने से गंगा नदी में डुबने से मौत हो गई। इस घटना के बाद इलाके में मातम का माहौल कायम हो गया है। फिलहाल, घटना की सूचना नजदीकी थाने के पुलिस को दे दी गई है। इसके बाद पुलिस की टीम गोताखोर को बुलाने में लग गई है। स्थानीय लोगों के सहयोग से शव को किया बरामद। मुंगेर जिला प्रशासन की बाढ़ पीड़ितों को मवेशियों को चारा मुहैया कराने की खुली पोल।
दरअसल, मुंगेर जिला अन्तरगत मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कुतलुपुर दियारा के परोरा टोला में बाढ़ के कारण पूरा गांव डूब गया है। इस कारण परोरा टोला के ग्रामीण अपने माल जाल को लेकर अमरपुर उच्च विद्यालय में शरण लिए हुए है। परोरा टोला निवासी गोरेलाल यादव का पैतिस वर्षीय पुत्र वुधन यादव के मवेशी का चारा खत्म हो गया था और कल नाव लेकर खुद मवेशी का चारा लाने जा रहा था। गंगा का जल स्तर इन दिनों काफी बढ़ा हुआ है और पानी में काफी करेंट होने के कारण नाव खेव के क्रम मे पतवार के बास का डंडा पानी में हाथ से गिर गया और नाव पलटने के कारण युवक गंगा नदी में डूब गया।
जिसकी सूचना स्थानीय लोगों ने गोताखोरों को दी गई और ग्रामीण खुद शव को ढूढ़ने लगा। ग्रामीणों ने गंगा में डूबे वुथन यादव के शव को सनालपुर के पास से बरामद किया। जिला प्रशासन के द्वारा बाढ़ पीड़ितों के मवेशियों को प्रयाप्त चारा देने की बात करते है लेकिन इस घटना ने मुंगेर जिला प्रशासन की पोल खोल कर रख दी।
बाढ़ पीड़ित ग्रामीणों का कहना है कि यदि जिला प्रशासन बाढ़ पीड़ितों के मवेशियों के लिए चारा उपलब्ध कराती तो इस तरह की घटना नहीं घटना नहीं घटती। आज तक मवेशियों के लिए कोई भी चारा की व्यवस्था जिला प्रशासन की और से नहीं करायी गयी है। घटना के बाद पूरे इलाके में भय का माहौल व्याप्त है वही परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। मृतक मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करता था इनको चार छोटे छोटे बच्चे है। ग्रामीणों के सहयोग से शव को पोस्ट मार्टम के लिए मुंगेर सदर अस्पताल लाया गया अभी तक किसी भी तरह की मुआवजा राशि परिजनों को नहीं मिला है।