AAP MLA : राजधानी दिल्ली के ओखला से विधायक अमानतुल्लाह खान को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है. ईडी आज सुबह उनके आवास पर छापेमारी करने पहुंची थी. कई घंटे की छापेमारी के बाद सोमवार को ईडी की टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. इससे पहले उन्होंने दावा किया था कि ईडी के लोग उन्हें गिरफ्तार करने उनके घर पहुंचे हैं.
बता दें ईडी सूत्रों ने बताया था कि दिल्ली वक्फ घोटाले में अमानतुल्लाह खान के घर छापेमारी की गई. ईडी के छह से सात अधिकारी इस सर्च ऑपरेशन में शामिल थे. वहीं ईडी रेड की जानकारी उन्होंने खुद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा की. थी अमानतुल्लाह खान ने एक्स पर लिखा था, “ईडी के लोग मुझे गिरफ्तार करने के लिए मेरे घर पहुंचे हैं.” अमानतुल्लाह ने दावा किया था कि ईडी उन्हें गिरफ्तार करने के लिए आई है.
बताया जा रहा है कि जब ईडी की टीम सुबह अमानतुल्लाह के घर पहुंची तो ईडी अधिकारियों को बाहर रोकने की कोशिश की गई. इसके बाद दिल्ली पुलिस की और फोर्स बुलाई गई. काफी देर बाद ईडी की टीम फ्लैट के अंदर पहुंच पाई. अभी भी बाहर बड़ी संख्या में दिल्ली पुलिस और पैरा मिलिट्री के जवान तैनात हैं. इस दौरान अमानतुल्लाह खान की ईडी अधिकारियों से जोरदार बहस भी हुई. इस वीडियो भी सामने आया है.
अमानतुल्लाह खान कहते हुए नजर आ रहे हैं कि अगर मेरी गिरफ्तारी के बाद मेरी सास की मौत हुई तो क्या आप जिम्मेदारी लेंगे? आप विधायक ने कहा कि आप जिम्मेदारी लीजिए कि अगर मेरी सास की मौत हुई तो आपकी जिम्मेदारी होगी. वीडियो में ईडी के एक अधिकारी कहते है की आप तेज आवाज में बात करके खुद अपनी सास को परेशान कर रहे हैं. आप खुद फ्लैट के बाहर आ जाएं. वीडियो में विधायक ये भी कहते सुनाई दे रहे हैं- पिछले साल भी अक्टूबर महीने में आपने मेरे इसी घर में रेड की थी तो अब क्या तलाशने आए हैं?
अमानतुल्लाह खान के चचेरे भाई मिन्नतुल्लाह खान ने कहा, “उनकी सास का हाल ही में ऑपरेशन हुआ है, वह कैंसर की मरीज हैं. ACB और CBI की जांच के बावजूद अभी तक कुछ नहीं मिला. अब ED जांच कर रही है.”
वहीं ईडी रेड पर आम आदमी पार्टी के नेताओं ने केंद्र की मोदी सरकार पर जांच एजेंसियों के दुरूपयोग का आरोप लगाया है. सांसद संजय सिंह और मंत्री सौरभ भारद्वाज ने ईडी रेड पर सवाल उठाते हुए कहा कि 2016 में CBI ने मामला दर्ज किया था. 6 साल की लंबी जांच के बाद CBI ने कहा कि अमानतुल्लाह खान ने कोई रिश्वतखोरी नहीं की. उसी मामले में पहले ACB ने पर्चा दर्ज किया और फिर ED ने पर्चा दर्ज किया. जब अमानतुल्लाह खान को ACB से जमानत मिली तो उसमें भी कहा गया कि अमानतुल्लाह खान के खिलाफ रिश्वतखोरी के कोई सबूत नहीं है. आप नेताओं ने जानबूझकर अमानतुल्लाह खान को फंसाने का बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया. उन्होंने कहा जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएंगे ये लोग दबाव और ज्यादा बढ़ाएंगे.
वहीं बीजेपी ने भी आम आदमी पार्टी पर हमला बोला है. दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “AAP में एक लंबी जमात अपराधियों और भ्रष्टाचारियों की है. जब उन पर कानून कार्रवाई करता है तो ये चिल्लाने लगते हैं. सचदेवा ने कहा कि दिल्ली वक्फ बॉर्ड जैसी संस्था में भ्रष्टाचार और गबन करने वाले अमानतुल्लाह खान जो अपनी गुंडई के लिए भी चर्चा में रहते हैं. आज जब जांच एजेंसी अपनी कार्रवाई कर रही है तो चारों तरफ हो-हल्ला हो रहा है. अगर आपने चोरी की है, अपराध किया है तो आपको उसका जवाब देना पड़ेगा क्योंकि इस देश में कानून का शासन है और कानून सबके लिए बराबर है.”
वहीं दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर का बयान भी सामने आया है. उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा, जो बोयेगा वही काटेगा,
क्या है मामला?
AAP विधायक अमानतुल्लाह खान दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष रहे चुके हैं, उन पर दिल्ली वक्फ बोर्ड में 32 अवैध नियुक्ति करने का आरोप लगा है. साथ ही उन पर आरोप है कि उन्होंने बोर्ड की कई संपत्तियों को अवैध तरीके से किराए पर दिया. सितंबर 2022 में एसीबी ने भी अमानतुल्लाह खान से पूछताछ की थी. इसके बाद रेड में 24 लाख रुपये और हथियार बरामद होने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. हालांकि, 28 दिसंबर 2022 को उन्हें जमानत मिल गई थी. अब फिर एक बार इसी केस से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में वो ईडी की रडार पर हैं.