भिलाई के रज्जन अकील खान इन दिनों चर्चा है. दरअसल कुछ दिन पहले रामजन्मभूमि से ज्योति कलश छत्तीसगढ़ लाई गई है. उल्लेखनीय है कि ज्योति कलश लाने वाले दल में मुस्लिम सम्प्रदाय से भी भिलाई निवासी रज्जन अकील खान और शाहनवाज ने अपनी सहभागिता दी है.
रज्जन अकील खान पहले स्व. अजीत जोगी के साथ थे. जिसके बाद वे कांग्रेस में शामिल हुए. कांग्रेस पार्टी के लिए काम किया. जब 2018 में कांग्रेस की सरकार बनी तो रज्जन अकील खान के साथ पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा सौतेला व्यवहार किया गया. जिसके चलते रज्जन अकील खान ने पार्टी से दूरी बना ली है. अब वे अयोध्या की ओर रुख कर गए है. 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. वे दुर्ग शहर में लोगों से मुलाकात कर अयोध्या दर्शन करने के लिए अपील कर रहे है.
श्री राम जन्मभूमि अयोध्याधाम से पावन ज्योति आज छत्तीसगढ़ पहुंची। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को राज्य अतिथि गृह पहुना में श्री राम जन्मभूमि आयोध्याधाम से पावन ज्योति लेकर राजधानी रायपुर पहुंचे रामभक्तों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पवित्र ज्योति कलश सौंपा। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि राजधानी रायपुर के श्री राम मंदिर में ज्योति कलश को रखा जाएगा, जहां से प्रदेश भर में पावन ज्योति भेजी जाएगी। मुख्यमंत्री ने श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर प्रदेशवासियों से घर-घर ज्योति जलाने अपील की।