बरेली में महानगर कॉलोनी निवासी मुकुल मोहन ने डीआईओएस से ब्लड कैंसर से जूझ रही पत्नी के शोषण का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी ममता त्रिपाठी रिखी सिंह इंटर कॉलेज में नागरिक शास्त्र की प्रवक्ता हैं। वर्ष 2011 से वह ब्लड कैंसर से लड़ रही हैं । इसके बाद भी लगातार उनका शोषण किया जा रहा है। इलाज को जीपीएफ से अग्रिम धनराशि भी बड़ी मुश्किल से निकल पाई। इलाज के लिए पीजीआई लखनऊ जाने पर भी अभद्र भाषा का प्रयोग कर तत्काल विद्यालय में उपस्थित होने को कहा गया।
22 वर्षों की नियमित और संतोष जनक सेवा के बाद उन्हें 6 अक्टूबर 2020 को प्रोन्नत वेतनमान मिलना चाहिए था। आरोप है कि कॉलेज की प्रधानाचार्य और कर्मचारियों की हठधर्मिता के चलते आज तक उनकी प्रोन्नत वेतनमान की फाइल डीआईओएस कार्यालय नहीं भेजी गई। जबकि कई बार इस संबंध में प्रार्थना पत्र दिया जा चुका है। उनके प्रार्थना पत्रों को ऑफिस की रिकॉर्ड फाइल से गायब कर दिया जाता है। 17 मार्च 2023 को प्रवक्ता पद पर पदोन्नति के बाद भी उनका नया वेतन निर्धारण आज तक नहीं हो पाया है।
इस बारे में प्रबंधक आनंद आहूजा ने बताया कि सभी आरोप गलत हैं। आचार संहिता के चलते चार जून तक बिना सूचना के कोई शहर से बाहर नहीं जा सकता। शिक्षिका बिना सूचना चली गईं। फोन भी नहीं उठाया। प्रोन्नत वेतनमान की फाइल जा चुकी है। इस मामले में शिकायत दर्ज की गई है और मामले की जांच जारी है। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर आरोप लगाए हैं। ऐसे में दोनों के बयानों को दर्ज किया जा रहा है। फाइलों की जांच की जाएगी। प्रोन्नत वेतनमान की फाइल भेजे जाने का भी दावा किया गया है।