कई बार जनता पुलिसवालों की काफी आलोचना करती है लेकिन कुछ लोगों की वजह से पूरी पुलिस फोर्स की आलोचना करना सही नहीं है। इसकी मिसाल गाजियाबाद के ACP ने अपने काम से खुद पेश की है। मौका रक्षाबंधन का था, जब एक 10वीं क्लास की बच्ची सुसाइड करने के लिए बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर चढ़ गई। जैसे ही लोगों को इस बारे में पता लगा तो मौके पर भीड़ जमा हो गई और लोग बच्ची को नीचे उतरने के लिए कहने लगे। हालांकि बच्ची अपनी जिद पर अड़ गई। इसके बाद मौके पर ACP इंदिरापुरम स्वतंत्र कुमार सिंह पहुंचे और बच्ची से कहा कि वो उसके भाई हैं और अपनी सारी समस्या वो उनको बताए। इसके बाद बच्ची मान गई और उसने सुसाइड का ख्याल छोड़ दिया। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और लोग एसीपी के काम की तारीफ कर रहे हैं। अगर उन्हें पहुंचने में देर हो जाती तो शायद बच्ची गलत फैसला ले लेती।
क्या है पूरा मामला?
मामला गाजियाबाद के इंदिरापुरम के न्याय खंड-1 का है, जहां गुरुवार देर शाम पिता की डांट से नाराज होकर 10वीं क्लास की एक लड़की सुसाइड के इरादे से चौथी मंजिल पर चढ़ गई। लोगों ने उसे बहुत समझाने की कोशिश की लेकिन वह नीचे नहीं उतरी। इसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची, जिनका नेतृत्व ACP स्वतंत्र कुमार सिंह ने किया। दरअसल बच्ची की मां की मौत डेढ़ महीने पहले ही हुई है। इसके बाद से वह अकेलापन महसूस कर रही थी। इसी दौरान पिता ने उसको पढ़ाई के लिए भी डांट दिया, जिसके बाद उसने सुसाइड करने का फैसला किया।
इसी दौरान मौके पर एसीपी स्वतंत्र कुमार सिंह पहुंचे और छात्रा को समझाने की कोशिश करने लगे। ACP ने बच्ची से कहा कि मैं तुम्हें कोई परेशानी नहीं होने दूंगा। तुम्हें हम पढ़ाई के लिए भी सपोर्ट करेंगे और पिताजी भी तुम्हें कुछ नहीं कहेंगे। मैं तुम्हारा बड़ा भाई हूं, आज रक्षाबंधन है, मुझे राखी बांधो। एसीपी ने बच्ची से बात करके उसका गुस्सा कम करने की कोशिश की। इसके बाद बच्ची रोने लगी और सुसाइड का ख्याल छोड़कर छत से नीचे उतर आई। इसके बाद बच्ची के पिता से भी बात की गई कि वह बच्ची के साथ संयम के साथ व्यवहार करें।