बिहार के पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए मुकेश साहनी ने पवन सिंह पर हुई कार्रवाई पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बीजेपी के अंदर की बात बताई. उन्होंने कहा कि पवन सिंह पर जो कार्रवाई हुई है इसके पीछे बड़ा कारण है. यह कार्रवाई बीजेपी के लिए सिर्फ दिखावा है. मेन टार्गेट को कोई और है. इसका असल रिजल्ट के बाद देखने को मिलेगा।
‘बीजेपी ने ही पवन सिंह को काराकाट में उतारा’: मुकेश साहनी ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा और चिराग पासवान के साथ भी भाजपा के लोग यही करने वाले हैं. आज पवन सिंह पर सिर्फ दिखाने के लिए कार्रवाई की गई है. सच्चाई यही है कि पवन सिंह भाजपा के नेता हैं और भाजपा ने जानबूझकर पवन सिंह को उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ लोकसभा चुनाव में मैदान में उतारा है. इस बार चिराग पासवान के साथ भी वही हाल होने वाला है. उपेंद्र कुशवाहा के साथ भी भारतीय जनता पार्टी वही कर रही है।
“पवन सिंह पर की गई कार्रवाई सिर्फ दिखावा है. मेन टार्गेट को उपेंद्र कुशवाहा है. पवन सिंह को महागठबंधन से भी ऑफर किया गया था. लेकिन उन्हें पता चला कि वहां बीजेपी से कैंडिडेट है तो उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया. उपेंद्र कुशवाहा को हराने के लिए पवन सिंह को वहां से खड़ा किया गया है. रिजल्ट के बाद उपेंद्र कुशवाहा को साइड कर दिया जाएगा. यही हाल चिराग पासवान के साथ होने वाला है.” -मुकेश साहनी
आरक्षण विरोधी है बीजेपीः इस दौरान मुकेश साहनी ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया है कि बिहार में 17 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी चुनाव लड़ रही है, जिसमें 10 सीटों पर उन्होंने स्वर्ण को टिकट दिया है. बिहार में जाति आधारित गणना हुई थी और पूरे देश में इस जाति आधारित गणना को करने का हमलोग लगातार मांग कर रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी आरक्षण विरोधी है।
‘हमारी सिक्योरिटी छीन ली गई’: मुकेश साहनी ने कहा कि जब हम उनके साथ थे तो निषाद आरक्षण की बात करते थे. बात आगे भी बढ़ी और निषाद आरक्षण को लेकर उन्होंने कुछ नहीं किया उन्होंने कहा कि जब हम उनसे अलग हो गए और उनके बारे में कुछ बोलने लगे तो हमारी सिक्योरिटी तक छीन ली गई. आप समझ लीजिए कि भाजपा के लोग कैसे हैं? सिर्फ और सिर्फ अपने फायदे के लिए किसी को हटा देते हैं।
‘बिहारी गुजराती से नहीं डरता’: जब मुकेश साहनी से सवाल किया गया कि आप भाजपा के लोगों से डर गए हैं तो उन्होंने कहा कि ऐसा कोई बात नहीं है. मैं निषाद का बेटा हूं. मैं किसी से डरता नहीं हूं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बिहारी कभी भी गुजराती से नहीं डरता है।