राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता अजित पवार ने रविवार को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ एनसीपी के 9 और विधायकों ने मंत्रिपद की शपथ ली। इनमें अदिति तटकरे भी शामिल रहीं। अदिति शिंदे-फडणवीस-अजित पवार सरकार में पहली महिला मंत्री हैं।
बता दें कि अदिति तटकरे NCP सांसद राजेश टोपे की बेटी हैं। अदिति का जन्म 16 मार्च 1988 को हुआ था। इससे पहले अदिति पूर्व की ठाकरे सरकार में 2019-2022 तक महाराष्ट्र की राज्य मंत्री थीं। अदिति को 24 अक्टूबर 2019 को श्रीवर्धन से महाराष्ट्र विधान सभा के सदस्य के रूप में चुना गया था।
भाजपा और शिवसेना नेताओं का मानना है कि सरकार में NCP भागीदारी ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना-भाजपा सरकार को काफी मजबूती मिली है। अजित पवार के बाद सांसद दिलीप वलसे पाटिल, हसन मुश्रीफ, धनंजय मुंडे ने भी शपथ ली। इसके बाद एनसीपी की अदिति तटकरे ने भी मंत्री पद की शपथ ली। राज्य में शिंदे-फडणवीस सरकार बनने के बाद से उनकी सरकार में एक भी महिला मंत्री नहीं थी, जिसके लिए राज्य सरकार की आलोचना होती थी।
इससे पहले आज सुबह अजित पवार ने एनसीपी के अपने समर्थक विधायकों के साथ शिवसेना-बीजेपी सरकार में शामिल होने का फैसला किया था। दोपहर में उन्होंने पार्टी के विधायकों की बैठक अपने आवास पर बुलाई थी। बैठक में सुप्रिया सुले भी मौजूद रहीं। कहा जा रहा है कि अजित के फैसले के बाद सुप्रिया ने उन्हें मनाने की कोशिश की लेकिन अजित पवार ने उनकी एक न सुनी।
बैठक के बाद अजित पवार एनसीपी विधायकों के साथ राजभवन पहुंचे। थोड़ी देर बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस भी राजभवन पहुंचे। थोड़ी देर बाद राजभवन में राज्यपाल रमेश बैंस ने एनसीपी विधायकों को मंत्रीपद की शपथ दिलाई।
चार साल में तीसरी बार डिप्टी सीएम बने अजित पवार
बता दें कि अजित पवार ने 2019 में सुबह-सुबह फड़णवीस के साथ शपथ लेकर सरकार बनाई थी। उस समय भी वे उपमुख्यमंत्री बने थे। इसके बाद महज 3 दिन में ये सरकार गिर गई। इसके बाद वे महाविकास आघाड़ी सरकार में दोबारा उपमुख्यमंत्री बने। इसके बाद 2023 में आज एक बार फिर से वे तीसरी बार उपमुख्यमंत्री बने हैं।