आदित्य एल1 यानी भारत का सूर्य मिशन जिसे भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो आज लॉन्च करने वाला है। आदित्य एल1 को 2 सितंबर की सुबह 11.50 बजे लॉन्च किया जाएगा। इसे श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जाएगा जिसका लाइव प्रसारण इसरो के अधिकारिक यूट्यूब चैनल पर किया जाएगा। आदित्य एल1 की लॉन्चिंग से एक अहम सवाल जुड़ा है कि ‘क्या आदित्य एल1 सूर्य के इतने करीब पहुंचने पर जलकर खाक नहीं होगा?’ ऐसे में हम आपको बताएंगे कि आखिर क्यों आदित्य एल1 जलकर खाक नहीं होगा। इस दौरान क्या गड़बड़ी होने की संभावना रहेगी।
क्या जलकर खाक नहीं होगा आदित्य एल1
आदित्य एल1 मिशन 15 लाख किमी का सफर करके ऐसे स्थान पर पहुंचेगा जो सूर्य से एक निश्चित दूरी पर होगा। ऐसा इसलिए किया जाएगा ताकि सूर्य की गर्मी से आदित्य एल1 को खराब या बर्बाद न होने या फिर जलकर खाक होने से बचाया जा सके। आदित्य एल1 को धरती और सूर्य के बीच वाले प्वाइंट L1 पर स्थापित किया जाएगा, जहां सूर्य और धरती दोनों का ही गुरुत्वाकर्षण बल पहुंचता है। बता दें कि सूर्य की सतह पर तापमान 5500 डिग्री सेल्सियस रहता है। ऐसे में आदित्य एल 1 को पोजिशन एल1 पर स्थापित करना अनिवार्य है। अगर आदित्य एल1 प्वाइंट एल1 पर नहीं रुका तो यह सूर्य की तरफ आगे बढ़ने लगेगा। अगर ऐसा हुआ तो आदित्य एल1 सूर्य की तापमान को झेल नहीं पाएगा और जलकर खाक हो जाएगा।
आदित्य एल 1 की लॉन्चिंग को घर बैठे भी देखा जा सकता है।बता दें कि भारतीय स्पेस प्रोग्राम में आदित्य एल1 नया आयाम जोड़ेगा। चंद्रयान 3 की सफलता के बाद दुनियाभर की निगाहें आदित्य एल1 की लॉन्चिंग पर टिकी हुई हैं। आदित्य एल1 मिशन का सबसे महत्वपूर्ण टूल है ‘सोलर अल्ट्रावॉयलेट इमेजिंग टेलीस्कोप’ (SUIT) है जिसे पुणे के इंटर-यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स (IUCAA) ने तैयार किया है।