महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा हो चुकी है। 20 नवंबर को महाराष्ट्र में एक चरण में मतदान का आयोजन किया जाएगा। वहीं 23 नवंबर को चुनाव के परिणाम घोषित होंगे। इस बीच शिवसेना यूबीटी गुट के नेता उद्धव ठाकरे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर महायुति के रिपोर्ट कार्ड पर निशाना साधा। उन्होंमने कहा कि यह रिपोर्ट कार्ड नहीं यह डिपोर्ट कार्ड है। उनका डिपोर्टेशन कार्ड है। उन्होंने कहा कि जनता पिछले दो सालों से परेशान है और अब उन्हें डिपोर्ट करेगी। एक तो उन्होंने महाराष्ट्र में इलीगल सरकार बनाई है। वहीं महाराष्ट्र में जितनी जितने जॉब पैदा करने के मौके थे, उन्हें गुजरात डिपोर्ट कर दी गई है। इस चुनाव में यह डिपोर्टेशन आपको दिख जाएगा।
आदित्य ठाकरे ने महायुति सरकार पर साधा निशाना
आदित्य ठाकरे ने देवेंद्र फडणवीस के शंखनाद और ऐलान वाले बयान पर कहा कि देवेंद्र फडणवीस इन्हीं सब बातों में फंसे हुए हैं। उनकी बातों को अब उनकी अपनी पार्टी वाले भी गंभीरता से नहीं लेते हैं। उनकी पार्टी वाले उनकी बात सुनते हैं क्या? इस पर वह गौर करें, अच्छा विचार करें, क्योंकि और बोलूंगा तो फिर उन्हें दर्द हो जाएगा। वह मंथन करें, चिंतन करें। वहीं अडाणी ग्रुप को दिए गए धारावी रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट को लेकर आदित्य ठाकरे ने कहा कि मैंने पहले ही कहा था कि जब तक अडाणी के सारे प्रोजेक्ट्स को मंजूरी नहीं मिलती, तब तक चुनाव की घोषणा नहीं होगी और ठीक वैसा ही हुआ है।
आदित्य ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को किया चैलेंज
उन्होंने कहा कि धारावी का प्रोजेक्ट 540 एकड़ में कंप्लीट किया जा सकता है। लेकिन इस सरकार ने अदानी को कुर्ला में 21 एकड़, मुलुंड और उसके आसपास के इलाकों में 255 एकड़ दे दिया है। मड आइलैंड के इलाके में 140 एकड़ दे दिया है। देवनार में 124 एकड़ दे दिया है। भाजपा और एकनाथ शिंदे की भूमिका ऐसी लग रही है जैसे सबका मालिक अडानी है। साईं बाबा कहते थे, सबका मालिक एक है। लेकिन भाजपा कहती है कि सबका मामला अडानी है। अडानी को 1080 एकड़ फ्री ऑफ कॉस्ट दिया जा रहा है। अभी 1 महीने में हमारी सरकार बनेगी तो अडानी को दिए गए सारे ठेके हम कैंसल कर देंगे। महायुति नहीं है, महाझूठी गठबंधन है। आज भी मैं इस सरकार के सीएम को चैलेंज करता हूं कि वह सामने बैठकर हमसे बात कर लें।