बिहार में पुलिस पर हमले की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. अररिया, मुंगेर और मधुबनी के बाद अब भागलपुर में भी पुलिसकर्मियों पर हमला किया गया. शुक्रवार शाम अंतीचक थाना क्षेत्र के कासड़ी गांव के महलदार टोला में बच्चों के झगड़े ने इतना उग्र रूप ले लिया कि पुलिस को बुलाना पड़ा. लेकिन जब पुलिस मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों को शांत कराने लगी, तो भीड़ ने अचानक पथराव शुरू कर दिया. इस हमले में एक सब-इंस्पेक्टर (SI) समेत चार पुलिसकर्मी जख्मी हो गए. हालात बिगड़ते देख पुलिस टीम को जान बचाकर भागना पड़ा.
बच्चों के झगड़े ने लिया उग्र रूप, पुलिस पर हुआ हमला
घटना के पीछे की वजह बच्चों के बीच हुआ मामूली झगड़ा था, जो देखते ही देखते उनके परिजनों के बीच विवाद का कारण बन गया. दोनों पक्षों के महिला-पुरुष आपस में भिड़ गए और माहौल तनावपूर्ण हो गया. स्थानीय लोगों ने मामले की सूचना अंतीचक थाना पुलिस को दी. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को शांत कराने की कोशिश करने लगी.
इसी दौरान कुछ उपद्रवी युवकों ने पुलिस टीम पर अचानक गिट्टी और पत्थरों से हमला कर दिया. पहले बच्चों ने पथराव किया और फिर उनके साथ बड़े भी शामिल हो गए. पुलिस पर चारों ओर से पत्थर बरसने लगे, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई. पुलिसकर्मियों ने किसी तरह दौड़कर अपनी जान बचाई.
चार पुलिसकर्मी घायल, पुलिस वाहन भी क्षतिग्रस्त
हमले में एक सब-इंस्पेक्टर, तीन सिपाही और एक चौकीदार घायल हो गए. सभी घायल पुलिसकर्मियों को कहलगांव अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है. हमलावरों ने पुलिस वाहन पर भी पथराव किया, जिससे वह बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया.
गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी
घटना के बाद पुलिस प्रशासन ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है. अंतीचक थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार ने बताया कि प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी संजीव चौधरी के बयान पर 24 नामजद और 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. पुलिस टीम अब आरोपियों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है.
पुलिस कर रही जांच
प्रारंभिक जांच में यह आशंका जताई जा रही है कि पथराव करने वाले कुछ लोग नशे में थे. बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू होने के बावजूद इस तरह की घटनाओं का सामने आना कई सवाल खड़े करता है. पुलिस इस पहलू की भी गहराई से जांच कर रही है कि कहीं हमले के पीछे कोई और साजिश तो नहीं थी.
बिहार में बढ़ते पुलिस हमले, कानून-व्यवस्था पर सवाल
भागलपुर की इस घटना से पहले अररिया, मुंगेर और मधुबनी में भी पुलिस टीम पर हमले हो चुके हैं. अररिया में दारोगा की हत्या कर दी गई थी, जबकि मुंगेर में एक SI को भी मार डाला गया. मधुबनी में पुलिस टीम पर हमला हुआ था, लेकिन वहां जवान किसी तरह बच निकले. बिहार में लगातार हो रहे इन हमलों को लेकर अब राजनीति भी तेज हो गई है. विपक्षी दल बिहार की कानून-व्यवस्था को लेकर नीतीश कुमार सरकार पर निशाना साध रहे हैं.