उत्तर प्रदेश के कौशांबी जनपद के करारी थाना क्षेत्र के निवारी गांव में ससुर खदेरी नदी के किनारे बुधवार की बीती रात जंगली जानवर ने एक बच्चे समेत तीन लोगों को हमला किया। अलग-अलग स्थानों पर हुए हमले में घायल लोगों को इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। ग्रामीणों के मुताबिक, हमला भेड़िया ने किया था। दिन में सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में नदी किनारे भेड़िया देखा भी गया। डीएफ़ओ ने कहा कि सूचना के आधार पर वन कर्मियों की टीम भेज कर लोगों को खतरे से आगाह किया जाएगा। इन दिनाें उत्तर प्रदेश के बहराइच जनपद में भेड़ियाें की दहशत है। यहां एक माह से आदमखाेर भेड़ियाें के हमले में 10 लाेगाें की जान जा चुकी हैं।
दरअसल निवारी के पास स्थानीय ससुर खदेरी नदी के किनारे कई मिट्टी के स्थल पर गुफा नुमा खंदक बने हैं। शिवकरन की पत्नी अपने तीन साल के बेटे प्रियांश को लेकर खेत गई थी। शिवकरन के मुताबिक अचानक एक भेड़िया प्रियांश को दबोच कर भागने लगा। पत्नी ने यह देख शोर मचाया तो खेत में काम कर रहे लोग लाठी डंडा लेकर दौड़ पड़े। भीड़ का हाका लगाने पर भेड़िया बेटे प्रियांश को छोड़कर भाग गया।
इसके बाद इसी गांव के रामदास नदी किनारे बकरी चराने गए थे। तभी एक भेड़िये ने रामदास की बकरी पर हमला किया और उसे लेकर भागने लगा। रामदास ने यह देखा और दौड़ा तो भेड़िये ने उस पर भी हमला कर दिया। इसी तरह मंझनपुर के खोजवापुर गांव निवासी शिवबाबू खेत से घर लौट रहे थे। रास्ते में भेड़िये ने उन पर हमला कर दिया। शिवबाबू के हो-हल्ला मचाने पर खेत में काम कर रहे लोग दौड़ पड़े। तब जाकर उनकी जान बची।
निवारी की केसपति, बेलपतिया ने बताया कि वह खेत गई थी ताे उन्हें तीन भेड़िये नदी के खंदक में दिखाई पड़े थे। भेड़ियाें को देखकर वह घर भाग आई थीं। पंडीरी गांव के बीच जंगल में भी खेत में पानी लगते समय कुछ लोगों ने भेड़िये को दिखा। इलाके के लोग भेड़िये के आतंक से डरे सहमे हैं। रात में भेड़िये के हमले को लेकर ग्रामीण बीती रात अंधेरे में आने जाने वालों की सुरक्षा के लिए लाठी डंडे हाथ में लेकर हल्ला मचाते हुए चल रहे हैं।
डीएफ़ओ आरएस यादव ने बताया कि भेड़िये होने की जानकारी मिली है। टीम बनाकर गांव में वन कर्मियों को भेजा जा रहा है। ग्रामीणों को भेड़िये के हमले व बचाव के संबंध में जागरूक करने का काम किया जाएगा।