मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को बड़ा फैसला लेते हुए तीन मंत्रियों के विभागों को बदल दिया। रामचरितमानस और सनातन पर सवाल उठाने वाले प्रो. चंद्रशेखर को शिक्षा विभाग से हटाकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गन्ना विकास विभाग में भेज दिया। चंद्रशेखर की जगह राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री आलोग मेहता को बिहार का शिक्षा मंत्री बना दिया। शिक्षा मंत्री बनने के बाद आलोक मेहता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव का आभार जताया है।
शिक्षा मंत्री आलोक मेहता ने कहा कि उन्हें आजतक जो भी जिम्मेवारी मिली है, कोशिश किया है कि उसका निर्वहन सही ढंग से हो। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग की जिम्मेवारी मिली है इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने हम पर भरोसा दिया और इतनी बड़ी जिम्मेवारी देने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि उनके मंत्री रहते हुए विभाग में शिक्षा की बेहतरी के लिए काम होंगे और पढ़ाई कर रहे बच्चों की सुविधाओं में इजाफा होगा। बिहार में पिछले दिनों लाखों शिक्षकों की बहाली हुई, जो एक क्रांतिकारी निर्णय था। बिहार ही नहीं बल्कि देश की जनता मान रही है कि बिहार में इतने बड़े पैमाने पर नौकरियां दी जा रही हैं। इसके लिए पूर्व शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर समेत विभाग के अधिकारी बधाई के पात्र हैं।